UP conversion case: पिछले कुछ दिनों से एक मामला सुर्खियों में है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के आगरा में धर्मांतरण सिंडिकेट की जाँच में कश्मीर और पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। देश भर से गिरफ्तार 14 आरोपियों से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.
जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर सख्त कानून
देर आए, दुरुस्त आए, यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी. आज भारत में दलितों के प्रति जो माहौल है, वह उनके दिलों में एक सशक्त जागृति ला रहा है. अब दलित समुदाय को समझ में आ गया है कि यदि न्याय चाहिए तो सड़कों पर उतरना अनिवार्य है. क्योंकि जब तक सड़कों पर आक्रोश और एकजुटता का स्वर नहीं गूंजेगा, तब तक न तो समाज की चेतना जागेगी और न ही सुप्त प्रशासन की नींद टूटने की उम्मीद है…
उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया है…यूपी में एक ओर जहां योगी सरकार जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर सख्त कानून बनाने की बात करती है तो वहीं दूसरी ओर उसके क्रियान्वयन को लेकर सवाल उठते रहते हैं.
यूपी सरकार के इस कानून को ताक पर रखने वाले अभी भी यूपी में सक्रिय हैं और गरीब दलित परिवारों को अपने निशाने पर ले रहे हैं. दरअसल, योगी सरकार ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने वालों के खिलाफ राज्य में मिशन अस्मिता शुरु किया है. जिसके तहत आगरा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने 3 मुस्लिम युवकों जुनैद कुरैशी, अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम को उस समय गिरफ्तार किया, जब ये तीनों एक दलित महिला को आगरा बस अड्डे से किसी और राज्य पहुंचाने के फिराक में थे.
अब तक 14 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि इन तीनो ने दलित महिला को पिछले कई महीनों से बंधक बना कर रखा हुआ था. युवती ने बताया कि उसकी तरह ही ये सिंडिकेट दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं, जिसमें ज्यादातर महिलाएं महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की रहने वाली होती हैं.
इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आपको बता दें कि इस सिंडिकेट को लेकर 4 मई को आगरा के थाना सदर बाजार में एफआईआर दर्ज हुई थी…वहीं बीते महीने एक दलित बच्ची को बहला फुसलाकर केरल ले जाने और जबरन उसका धर्म परिवर्तन कराने का मामला भी सामने आया था. लेकिन दलित नाबालिग भाग निकली और उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण सिंडिकेट का पर्दाफाश हुआ. फिलहाल पुलिस लगातार ऐसे मामलों की जांच कर रही है जिसमें धर्म परिवर्तन कराया गया है…लेकिन सवाल ये उठता है कि इतने सख्त कानून के बावजूद आखिर किसकी शह पर ये सिंडीकेट इतने सक्रिय है…