Dalit beaten up in Pilibhit: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पीलीभीत (Pilibhit) से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. जहाँ दबंगों का हौसला इतना बढ़ गया कि उन्होंने मामूली कहासुनी पर एक दलित युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी और जब इससे भी उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने उसे जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित भी किया. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं.
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मामूली विवाद पर दलित के साथ मारपीट
कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने इतने सख्त कानून बनाए हैं कि अपराध का सवाल ही नहीं उठता और अगर कोई ऐसा करते पाया जाता है, तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाती है. लेकिन जब बात दलितों की आती है, तो ये सुरक्षा क्यों नहीं है, दलितों को न्याय क्यों नहीं मिलता, रोज़ाना कोई न कोई खबर सामने आती है, लेकिन दलितों पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सामने आया है. जहाँ मामूली विवाद में एक दलित युवक की पिटाई कर दी गई.
दरअसल, बीते दिन मामूली विवाद पर दो लोगों ने एक दलित के साथ मारपीट की जिसके बाद पीड़ित ने नजदीकी थाने में जाकर पुलिस को लिखित तहरीर देकर मामले की जानकारी दी और कार्रवाई की भी मांग की मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, कोतवाली क्षेत्र के गांव कटैया निवासी सर्वेश कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि वह रात आठ बजे गांव के ही रीतराम की पत्नी पूरनदेई के घर गया था. वहां दो लोग झगड़ा कर रहे थे.
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जान से मारने की धमकी
तभी उसने पीड़ित से पूछा कि उसे राशन क्यों नहीं दिया गया? तो पीड़ित दलित ने कहा कि वह राशन डीलर के यहां काम करता है. राशन डीलर से राशन मांगो. इतना सुनते ही वे गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे. शोर सुनकर पड़ोसी आ गए और किसी तरह बीच-बचाव किया. इसके अलावा पीड़ित ने बताया कि उसे जान से मारने की धमकी दी गई है. इस मामले को लेकर थाना प्रभारी ने पीड़ित को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि इस घटना ने एक बार फिर सरकार के सख्त कानूनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. आखिर समाज में दलितों पर कब तक ऐसे अत्याचार होते रहेंगे। सरकार की आंखें कब खुलेंगी और दलितों को कब न्याय मिलेगा.