Ragging of dalit student: हाल ही में आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहाँ कोनासीमा जिले (Konaseema district) के मोरमपुडी (Morampudi) स्थित एक निजी स्कूल के छात्रावास के कमरे में रैगिंग की घटना में एक छात्र को उसके दो सहपाठियों ने लोहे के बक्से से जलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. मामला सामने आने पर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गयी है. तो चलिए आपको इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं.
सहपाठियों ने दलित छात्र के साथ किया दुर्व्यवहार
अभी तक तो सिर्फ यही खबर समने आती थी की दलित युवक के साथ अत्यचार, दलित महिला के साथ मारपीट, छेड़छड़ा, भेदभाव के मामले ही सामने आते थे. लेकिन अब जो मामला सामने आया है वो बेहद ही चौकाने वाला है जहाँ एक दलित छात्र के साथ बर्बरता की गयी है. दरअसल यह घटना 18 अगस्त, 2025 को आंध्र प्रदेश के कोनसीमा जिले (Konaseema district) के मोरमपुडी (Morampudi) स्थित श्री चैतन्य स्कूल के छात्रावास में घटी. कक्षा 10 के एक दलित छात्र की पहचान गुर्रम विंसेंट प्रसाद, उम्र 16 वर्ष के छात्र को उसके दो सहपाठियों ने लोहे के गर्म डिब्बे से पेट और हाथ जलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
दरअसल, बीते शुक्रवार यानी (16 अगस्त) को छात्रावास में एक फिल्म चल रही थी. उसी दौरान, दो छात्रों ने सीसीटीवी कैमरा निकालकर पीड़ित के बैग में रख दिया. कैमरा गायब होने पर वार्डन ने तीनों छात्रों को बुलाया. पीड़ित ने सच्चाई बताई और अपने सहपाठियों पर दोष मढ़ दिया, जिससे वे आहत हुए और उन्होंने बदला लेने की योजना बनाई. और इस कृत्य को अंजाम दे डाला.
प्रशासनिक कार्रवाई और प्रतिक्रिया
वही जब पीड़ित की माँ अपने बेटे से मिलने हॉस्टल पहुँची तो तो उसने अपने बेटे के शारीर पर घाव देखने तो उसने अपने बेटे से पूछा ये सब कैसे हुआ तो पीड़ित छात्र ने अपनी माँ को सारी बात बताई वही जब माँ ने जलन और घाव देखे, तो उन्हें तुरंत राज़ोल अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन छात्रावास के कर्मचारियों ने पीड़ित की माँ के कॉलेज जाने तक लक्षणों को नज़रअंदाज़ किया.
वही पीड़ित की माँ इस घटना की सारी शिकायत स्थनीय थाने में जाकर दर्ज करवाई है जहाँ उन्होंने ने स्कूल और हॉस्टल प्रशासन पर आरोप लागते हुए कहा ये सब स्कूल की लापरवाही की वजह से हुआ है. पीड़ित की माँ ने कहा – “मेरे पति का तीन महीने पहले निधन हो गया. मैं अब अपने बेटे को नहीं खो सकती।
आपको बता दें, इस घटना को लेकर ज़िला शिक्षा अधिकारी वासुदेव राव ने “गंभीर रूप से आपत्तिजनक” बताया है और मामले को दबाने के लिए स्कूल प्रबंधन की निंदा की है. आपको बता दें, इस घटना की जाँच शुरू कर दी गई है और रिपोर्ट ज़िला कलेक्टर को सौंपी जाएगी. इसके अतिरिक्त अभी तक इस मामले में कुछ और बयान सामने नहीं आया है.