पुलिस की कार्रवाई पर माकपा का कड़ा रुख, थाना प्रभारी को तुरंत सस्पेंड करने की मांग

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Koderma news:  झारखण्ड (Jharkhand) के कोडरमा (Koderma) से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। जहाँ एक दलित परिवार के साथ पुलिस वालों बर्बरता की है। इतना ही नहीं विरोध करने पर महिला पुलिस ने घर का दरवाजा भी तोड़ा और परिवार की महिलाओ और अन्य लोगो के साथ मारपीट भी करी जिसमे कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे ममाले के बारे में विस्तार से बताते हैं।

दलित परिवार के साथ मारपीट

हर दिन दलितों के साथ अत्यचार, मारपीट की खबर सामने आती है. लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो पीड़ित कहा जाए आखिर वो किस के पास जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाए उनको न्याय कैसे मिलेगा. ऐसा ही एक दलित उत्पीड़न का एक मामला झारखंड के कोडरमा से सामने आया है, जहां शराब तस्करी के शक में एक दलित परिवार पर रात को 12 बजे पुलिस वालों की बर्बरता का नजारा देखने को मिला।

दरअसल यह  घटना कोडरमा. सतगावां प्रखंड के कटैया पंचायत के असनाकोनी गांव की है। जहां बिहार (Bihar) की गोविंदुपर (Govindpuri) थाना पुलिस ने एक गरीब परिवार पर रात को 12 बजे बिना महिला पुलिस के ही पहले दरवाजा तोड़ा और तलाशी करने की कोशिश की, लेकिन जब घर वालो ने विरोध किया तो पुलिस वालो ने सभी को बुरी तरह से पीटा।

धरने पर बैठा पीड़ित परिवार

यहा तक कि 20 दिन पहले मां बनी महिला को बुरी तरह से पीटते हुए जमीन पर पटक दिया वहीं एक गूंगी महिला को भी नहीं छोड़ा। वहीं पुरुषों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया, जिससे वो बुरी तरह से घायल हो गए है। बताते चले कि असनाकोनी गांव (Asnakoni Village) गरीब और पिछड़े दलितो का गांव है, जहां लोग मजदूरी करके अपना पेट पालते है। लेकिन उन्हें अब नवादा जेल में डाल दिया गया है। जिस कारण घर की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गयी है और परिवार एक पल की रोटी को मोहताज हो गया है। ऐसे में पुलिस वालो ने केवल शक के आधार पर जो बर्बरता की है, वो वहां की कानून व्यवस्था का जीवंत उदाहरण है।

वही इस घटना के बाद पीड़ित परिवार न्याय के लिए धरने पर बैठ गया। जिसके बाद कुछ दलित संगठन दलित परिवार से मिलने पहुचा जिसमे दलित शोषण मुक्ति मंच के महेन्द्र तुरी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष रामरतन अवध्या, किसान सभा के जिला संयोजक सुरेन्द्र राम शामिल थे.

पुलिस वालो को निलंबित करने की मांग

दलित परिवार के साथ इस बर्बरता के खबर सामने आने के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए माकपा का पांच सदस्यीय जांच दल जिला सचिव असीम सरकार और सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने तुरंत थाना प्रभारी समेत सभी दोषी पुलिस वालो को निलंबित करने की मांग है। उन्होंने कहा की है कि दोषी पुलिस वालो पर जल्द से जल्द कार्यवाई नहीं हुई तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे।

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