Caste Discrimination: हाल ही में कर्नाटक (Karnataka) के उडुपी (Udupi) जिले से एक हैरान और परेशान करने वाला मामला सामने आया है. जहाँ एक दलित महिला बीते 8 महीनो से अपने साथ हुए उत्पीड़न के लिए न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन पुलिस वालो के कानो पर जूं तक नहीं रेंग रही है। महिला और उसके पति के साथ उंच जाति के दम्पंती ने बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। इतना ही नहीं महिला की आँखों में तो लाल मिर्ची का पाउडर भी डाल दिया था। जिसके बाद महिला ने नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज करवाई लेकिन महिला को अभी तक न्याय नहीं मिला हैं। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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नहीं मिला दलित महिला को न्याय
दलित को अपने हक़ की लड़ई आज भी लड़नी पड़ रही। आज भी उनके साथ समाज में न्याय नहीं होता है। ऐसी ही दलित उत्पीड़न की एक खबर कर्नाटक से सामने आई है, जहां एक दलित महिला पिछले 8 महीनो से अपने साथ हुए उत्पीड़न के लिए न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन पुलिस वालो के कानो पर जूं तक नहीं रेंग रही है। दरअसल ये घटना उडुपी जिले के पडुथोंसे गाँव (Paduthonse Village) की है, जहां रहने वाली नम्याश्री ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित जिला स्तरीय शिकायत निवारण बैठक में अपने साथ हुई आपबीती बताते हुए कहा कि 8 फ़रवरी, 2025 प्रसाद और प्रिया नामक एक जोड़े ने पीड़िता और उसके पति पर हमला कर दिया था।
महिला की आँखों में डाली मिर्च
पति को बुरी तरह से पीटा गया और महिला के आँखो में मिर्च का पाउडर डाला दिया गया। इस हमले के बाद घायल अवस्था में दोनो को अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन अगले दिन जब वो मालपे (Maalpe) थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कुछ समय बाद उसे फिर से थाने बुलाया गया और उससे समझौता करने को कहा गया है। वहीं पुलिस ने आरोपी पक्ष की भी पीड़िता के खिलाफ एफआईआऱ (FIR) बिना किसी जांच के दर्ज कर ली, और पीड़िता को लगातार परेशान कर रहे है।
केस वापिस लेने का दवाब बना रहे है। जबकि हमले के कारण पीड़िता का पति जो कि ड्राइवर था, वो काम नहीं कर पा रहा है, पीड़िता ने बताया कि उसकी जान को भी खतरा है। पीड़िता ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।