क्या कहती है BNS की धारा 120,जानें महत्वपूर्ण बातें

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BNS Section 120 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 120 किसी व्यक्ति को अपराध स्वीकार करने, सूचना प्राप्त करने या संपत्ति वापस करने के लिए मजबूर करने हेतु उसे चोट या गंभीर चोट पहुंचाने से संबंधित है। तो चलिए जानते  हैं ऐसा करने पर कितने साल की सजा का प्रावधान है और बीएनएस में व्यभिचार के बारे में क्या कहा गया है।

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धारा 120 क्या कहती है? BNS Section 120 in Hindi

भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 120 चोरी करने के बाद बेईमानी से संपत्ति प्राप्त करने से संबंधित है। यह धारा उन लोगों को दंडित करती है जो यह जानते हुए भी संपत्ति रखते हैं या प्राप्त करते हैं कि वह चोरी की है।

इस धारा के तहत अपराध तब बनता है जब चोरी का अपराध पहले ही घटित हो चुका हो। यह चोरी करने वाले व्यक्ति पर लागू नहीं होती (चोरी के लिए बीएनएस में अलग धाराएं हैं)। यह साबित करना आवश्यक है कि आरोपी व्यक्ति को यह ज्ञान था कि जो संपत्ति वह प्राप्त कर रहा है या जिसके कब्जे में वह है, वह चोरी की हुई है। सिर्फ कब्जे में होना ही अपराध नहीं है, बल्कि उस ज्ञान के साथ कब्जा होना जरूरी है।

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बीएनएस धारा 120 की मुख्य बातें

  • संपत्ति को प्राप्त करने या अपने कब्जे में रखने का इरादा बेईमानी भरा होना चाहिए। इसका मतलब है कि व्यक्ति को गलत तरीके से लाभ उठाने या किसी अन्य व्यक्ति को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाने का इरादा होना चाहिए।
  • यह अपराध संज्ञेय (Cognizable) है, जिसका अर्थ है कि पुलिस बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकती है।
  • यह अपराध गैर-जमानती (Non-bailable) है, जिसमें जमानत मिलना अदालत के विवेक पर निर्भर करता है।
  • वही यदि कोई व्यक्ति यह जानते हुए कि कोई संपत्ति चोरी की गई है, उसे बेईमानी से प्राप्त करता है या अपने कब्जे में रखता है, तो उसे तीन वर्ष तक के कारावास या जुर्माने या दोनों से दंडित किया जाएगा।

बीएनएस धारा 120 उदाहरण

बीएनएस धारा 120 उदाहरण कुछ इस तरह से है कि…मान लीजिए A, B की मोटरसाइकिल चुरा लेता है। C जानता है कि यह चोरी की गई है, लेकिन फिर भी वह इसे A से खरीदता है। इस मामले में, C ने BNS की धारा 120 के तहत अपराध किया है क्योंकि उसने जानबूझकर चोरी की गई संपत्ति को बेईमानी से प्राप्त किया है।

अगर D को सड़क पर एक लैपटॉप मिलता है और उसे संदेह होता है कि यह चोरी हो सकता है, लेकिन वह पुलिस को इसकी सूचना नहीं देता और इसे अपने पास रख लेता है, तो उस पर भी धारा 120 के तहत आरोप लगाया जा सकता है, अगर यह साबित हो जाता है कि वह वास्तव में जानता था कि लैपटॉप चोरी हो गया था।

जानिए बीएनएस धारा 120 सजा का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 120 के तहत मिलाने वाली सजा कुछ इस तरह से है कि…धारा 120 के  तहत अपराध के लिए अधिकतम सजा तीन साल की कैद या जुर्माना या दोनों हो सकती है।

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