Barabanki News: हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक धर्मांतरण गिरोह की गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह दलित समुदाय के लोगों को मुफ्त चिकित्सा सेवा और अन्य लाभों का लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है। बाराबंकी पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आइए इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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जानें क्या है पूरा मामला?
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले (Barabanki district) के बांकीपुर गांव (Bankipur village) में दलित समुदाय (Dalit community) के 14 लोगों को ईसाई धर्म (Christianity)अपनाने के लिए उकसाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने लोगों को मुफ्त चिकित्सा सेवा और अन्य लाभों का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की थी। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (Bajrang Dal and Vishwa Hindu Parishad) की सूचना पर यह कार्रवाई की गई।
आपको बता दें, इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में शिवानी कुमारी, ज्ञानंजय कुमार, श्याम सुंदर, गौतम गौतम और रेखा कुमारी शामिल हैं। वही इस मामले में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
पहले भी सामने आ चुके हैं धर्मांतरण के मामले
इस मामले में आगे की जांच चल रही है, जिसमें यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कितने लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है और इस गिरोह के पीछे कौन लोग हैं। इससे पहले भी धर्म परिवर्तन की कई कोशिशों का पर्दाफाश हुआ था, जिसके चलते पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया था।
बाराबंकी में धर्म परिवर्तन की कोशिशों का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां लोगों को स्वास्थ्य सुधार, चमत्कार या आर्थिक मदद का वादा करके धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया गया। पुलिस लगातार ऐसे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और आरोपियों से पूछताछ कर उनके नेटवर्क का पर्दाफाश करने में लगी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार भी अवैध धर्म परिवर्तन की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठा रही है और “उत्तर प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम” के तहत आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।