Etah Crime News: हाल ही में उत्तर प्रदेश के एटा जिले से एक विवादित मामला सामने आया है जहां एक दलित पीड़ित परिवार अपनी ही पुश्तैनी जमीन पर सफाई कर रहा था, तभी गांव के यादव समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कुछ कथित माफियाओं ने जबरन काम रुकवा दिया और जाति सूचक अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दी।जिसके बाद से पूरे परिवार में भय और दहशत का माहौल है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है।
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जातिसूचक गालियां देकर जान से मारने की धमकी
कहने को मेरा भारत चाँद पर पहुँच चूका लेकिन जी तो आज भी पुराने धरे पर ही है जी हाँ इतने बदलवा होने के भाव्जूद भी देश में दलितों का हाल वैसे है जैसे सालो पहले था दलितों के साथ भी आज भी उंच जाति के लोग अत्यचार करते है अधितकर ये सब गाँव जैसे इलाके में ज्यादा देखने को मिलता है ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है जहाँ उत्तर प्रदेश के एटा जिले में माफियाओं और दबंगों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है।
दरअसल, यह घटना उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) एटा जिले (Etah district) के कोतवाली नगर क्षेत्र के सिविल लाइन चौकी क्षेत्र में मोती गैस के सामने की है जहां एक दलित पीड़ित परिवार अपनी ही पुश्तैनी जमीन पर सफाई का काम करवा रहा था, लेकिन यादव समाज के कुछ गुंडे आए और जातिसूचक गालियां देते हुए जबरन काम रुकवा दिया और जान से मारने की धमकी दी।
नहीं मिला सालो से कोई न्याय
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ित परिवार ने बताया कि एटा-आगरा मुख्य मार्ग पर स्थित उक्त जमीन पर सभी भाई पीढ़ियों से अकेले मालिक हैं। सालो पहले यादव समाज के कुछ भू-माफियाओं ने कथित तौर पर फर्जी कागजाद बनवाकर उस जमीन के एक हिस्से पर पक्का निर्माण करके कब्जा कर लिया है। अब वे बची हुई जमीन पर भी कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। वही जब आवेदकों ने अवैध कब्जे की शिकायत मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल सभी से की, लेकिन उन्हें अभी तक भी उन्हें कोई न्याय नहीं मिला है, बल्कि योगी जी के राज्य में भी उनकी बची हुई जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।
15-20 वर्षों से भू-माफियाओं गिरोह से परेशान
पीड़ित का कहना है कि वह अपने खाली पड़े प्लाट की सफाई करवा रहा था, लेकिन कुछ दबंग लोगों ने आकर सफाई रुकवा दी, उसे धमकाया और कहा कि अब जमीन उनके नाम पर दर्ज हो गई है। पीड़ित का यह भी आरोप है कि यह माफिया गिरोह पिछले 15-20 सालों से उसे परेशान कर रहा है और अब उसके लिए अपनी ही जमीन पर काम करना भी मुश्किल हो रहा है। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब पीड़ित को पता चला कि जमीन पर कब्जा करने वाले दबंग लोगों में एटा के पूर्व चेयरमैन यशवंत यादव का बेटा नाजिम सिंह यादव और अन्य माफिया शामिल हैं, जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
भारी संख्या में पहुचे गुंडे
आज इन लोगों ने भारी संख्या में बाहरी लोगों को कारों में बुला लिया। एक i20 कार संख्या UP 83 AX 1058 व अन्य कारों में सवार होकर आए गुंडों ने वहां मौजूद लोगों व पत्रकारों को भी धमकाया और दोबारा वहां न आने तथा आने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। सूचना मिलने पर कोतवाली नगर पुलिस, डायल 112 टीम व चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और अपनी तत्परता से कब्जे के प्रयास को फिलहाल रुकवा दिया और कहा कि जब तक स्वामित्व स्पष्ट नहीं हो जाता तब तक कोई काम नहीं होगा। इस मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि यादव समाज के माफियाओं द्वारा उनकी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को हटवाया जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए।