Bhadohi: हाल ही में उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक निजी अस्पताल में दलित नर्स के साथ छेड़छाड़ और मारपीट का चौंकाने वाला विवादित मामला सामने आया है, जिसके कारण इलाके में तनाव का माहौल है। वही सवाल ये भी उठ रहे है कि अस्पताल जैसी सुरक्षित मानी जाने वाली जगहों पर भी महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
दलित महिला नर्स के साथ छेड़खानी
उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में ऐसी घटनाएं कोई नई बात नहीं है, जहां जातिगत तनाव, खासकर दलित महिलाओं के साथ अत्याचार, छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें होती रहती हैं। जी हां, ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है जहां 22 वर्षीय पीड़िता एक निजी अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत है। 5 जून को जब वह मोबाइल पर बात कर रही थी, तभी एंबुलेंस चालक रोहित उर्फ मोहित वहां आया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। जब नर्स ने विरोध किया तो उसने उसके बाल पकड़कर उसे पीटा, गाली-गलौज की और जमीन पर गिरा दिया।
चीख-पुकार सुनकर अस्पताल
इतना ही नहीं आरोपी ने नर्स के कपड़ों के अंदर हाथ डालकर अश्लील हरकतें भी कीं। नर्स की चीख-पुकार सुनकर अस्पताल के अन्य कर्मचारियों और डॉक्टरों ने उसे बचाया। जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों ने स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी दी और मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामले का संज्ञान लेते हुए दोषी एंबुलेंस चालक रोहित उर्फ मोहित के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि घटना के बाद से आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
और पढ़े: Faridabad Crime News: दलित के साथ हैवानियत की हदें पार! उल्टा लटकाकर पीटा, पेशाब पीने पर किया मजबूर
BNS की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोतवाली इंस्पेक्टर सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि नर्स की चीख-पुकार सुनकर अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्टाफ मौके पर पहुंचे और आरोपी भगा निकला। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 76 (जानबूझकर हमला), 352 (अपमानजनक व्यवहार) और 115 (2) (शारीरिक नुकसान पहुंचाना) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी फिलहाल फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।
आपको बता दें कि इस घटना ने एक बार फिर दलित समुदाय की सुरक्षा और सम्मान को लेकर चिंता बढ़ा दी है। अस्पताल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर हो रही ऐसी घटनाएं प्रशासन और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। पीड़ित परिवार आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।