Safipur rape case: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है जहां एक दुकानदार ने दलित लड़की (Dalit girl) से छेड़छाड़ की है जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। घटना के तीन दिन बाद भी आरोपी दुकानदार फरार है जिससे दलित संगठनों (Dalit Organisations) में रोष है। दलित संगठनों ने पुलिस को आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था लेकिन छह दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी फरार है। जिसके बाद अब दलित समुदाय के लोगो ने आंदोलन शुरू कर दिया है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है।
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दलित लड़की से छेड़छाड़ आरोपी फर्रार
भारत में दलित हर रोज सताए जाते हैं। हर रोज उनसे मारपीट होती है उनका सिर मूंडवा दिया जाता है उन्हें प्रताड़ित किया जाता है कहीं जातिवादी दबंग उन्हें बेवजह मारते हैं तो कहीं मनुवादी दलित महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाते हैं. ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जिस दिन दलितों पर अत्याचार (Atrocities on Dalits) की खबरें सामने न आए। ये कहा जा सकता है कि देश में हर पल, हर घंटे, कहीं न कहीं दलित समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया जाता है।
दलित कंप्लेन करने जाते हैं तो जल्दी मामला दर्ज नहीं होता और चुप रहते हैं तो मनुवादी कीड़े उन्हें खोखला करने में लगे रहते हैं। आज के इस भारत में न तो दलित की बेटी सुरक्षित है और न ही दलित महिलाओं की कोई सुनने वाला है। ऐसा ही एक मामला के बारे में आपको बताते है जहाँ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) के सफीपुर कोतवाली क्षेत्र (Safipur Kotwali area) में एक दुकानदार ने 8 वर्षीय दलित बच्ची (Dalit girl) के साथ अश्लील हरकत की। दरअसल बच्ची टॉफी खरीदने दुकान पर गई थी।
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पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज
दरअसल, दुकानदार नौशाद अली ने बच्ची को धोखे से अंदर बुलाया और अश्लील हरकतें कीं। बच्ची को उल्टी होने पर आरोपी ने जातिसूचक गालियां देते हुए उसे भगा दिया। पीड़िता ने घर जाकर परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजन तुरंत सफीपुर थाने पहुंचे और तहरीर दी। जिसके बाद थाना प्रभारी सुब्रत नारायण तिवारी ने पॉक्सो एक्ट और एससी/एसटी एक्ट (SC/ST Act) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिसके बाद कानपुर (Kanpur), रायबरेली (Raebareli), गोंडा (Gonda) और उन्नाव (Unnao) के दलित संगठनों (Dalit Organisations) ने सफीपुर क्षेत्राधिकारी मधुनाथ मिश्रा को ज्ञापन सौंपा है।
लेकिन छह दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी फरार है इससे नाराज होकर दलित समुदाय, पीड़ित परिवार और ग्रामीण बुधवार शाम चार बजे बम्हना चौराहे पर पहुंच गए। उन्होंने उन्नाव-हरदोई मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो सड़कों पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ती। जाम की सूचना मिलते ही सफीपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया।
स्थनीय लोगो के बीच रोष
आपको बता दें इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि दलित पीड़िता को न्याय दिलाने में देरी भेदभाव को दर्शाती है। जिसके चलते गाँव के लोग गरमाए हुए है वही उनका कहना है कि अगर दलित किशोरी किसी और समुदाय से होती तो कब की करवाई हो जाती और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाता लेकिन अभी तक कोई करवाई नहीं हुयी है। दूसरी और स्थानीय पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।