Bulandshahr News: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पीड़ित परिवार ने प्रधानमंत्री से अपने बेटे के इलाज के लिए 17 करोड़ रुपये का इंजेक्शन मुहैया कराने की गुहार लगाई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनका तीन साल का बेटा “ऑस्टेओगेनेसीसी इम्पेरफेक्ट टाइप-बी” (Osteogenesis Imperfect Type-B) नमक बीमारी से जूझ रहा है। उन्होंने अपने बेटे का कई जगह इलाज करवाया है लेकिन भारत में उस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इस बीमारी का इलाज विदेश में संभव है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
और पढ़े: Top 5 news of Dalit: गुजरात में मौत से खेलते दलित सफाई कर्मचारी, वीडियों वायरल!
17 करोड़ रुपये का इंजेक्शन
भारत में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो गरीबी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ये लोग न तो चैन से दो वक्त का खाना खा पाते हैं, न दो पैसे कमा पाते हैं, न ही इनके पास रहने के लिए घर है और न ही इन्हें किसी सरकारी सुविधा का लाभ मिलता है। ऐसे में ये किसी तरह अपना घर चला रहे हैं जो इन दलित लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन गया है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक दलित परिवार ने प्रधानमंत्री से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। दरअसल बुलंदशहर के एक गरीब दलित परिवार ने अपने बेटे के इलाज के लिए 17 करोड़ रुपये के इंजेक्शन की गुहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगाई है। यह मामला न्यूज ट्रैक समेत कई मीडिया आउटलेट्स में प्रकाशित हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक स्याना में रहने वाले इस परिवार के मासूम बेटे डुग्गू को ऑस्टियोजेनेसिस इम्परफेक्टा टाइप-बी (Osteogenesis Imperfect Type-B) नामक गंभीर और दुर्लभ बीमारी है। इस बीमारी का इलाज भारत में उपलब्ध नहीं है और डॉक्टरों ने बताया है कि विदेश से आने वाला 17 करोड़ रुपये का इंजेक्शन ही बच्चे को जिंदगी दे सकता है। पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे इस महंगे इलाज का खर्च उठा सकें। उन्होंने पहले ही अपना ऑटो बेच दिया है अब बस किसी तरह रिक्शा चला कर अपना गुजरा कर रहे हैं।
पीड़ित परिवार ने सरकार से लगाई मदद की गुहार
इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Prime Minister and Chief Minister Yogi Adityanath) से मदद की गुहार लगाई है। वे चाहते हैं कि सरकार उनके बेटे का इलाज कराए, ताकि वह सामान्य जीवन जी सके। भारत में आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा है और बड़े इलाज के लिए सीएम और पीएम राहत कोष से भी मदद मिलती है। हालांकि डुग्गू की बीमारी और उसके इलाज के महंगे खर्च को देखते हुए परिवार को विशेष मदद की उम्मीद है।