Siddaramaiah’s statement: हाल ही में कर्नाटक (Karnataka) के सीएम सिद्धारमैया (CM Siddaramaiah) ने बीजेपी सरकार (BJP Government) को चैलेंज किया है और कहा है. नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (Narendra Damodardas Modi) के रिटायरमेंट की खबरों को लेकर सिद्धारमैया ने कहा अगर इतना ही है तो इस बार दलित को प्रधानमंत्री बनाया जाये. उनके पास इस बार सुनहरा मौका है. ऐसा करने पर वो खुद बीजेपी को बधाई देंगे. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.
सिद्धारमैया ने बीजेपी को दिया सुनहरा मौका
दरअसल, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे. ऐसे में उनके रिटायरमेंट की खबरों ने सुर्खियों का बाजार गर्म कर दिया है. इसी कड़ी में कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने बीजेपी को चैलेंज किया है कि अब अगर दम है तो वो एक दलित को देश का पीएम बनाए. गुरुवार को सिद्धारमैया ने कहा कि चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले दो महीने में 75 साल के हो रहे हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने उन्हें राजनीतिक संन्यास लेने के संकेत दिए हैं तो भाजपा अब किसी दलित चेहरे को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर पेश करे.
इसी बात को लेकर कर्नाटक सीएम (Karnataka CM) ने कहा कि भाजपा के पास यह सुनहरा मौका है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सिद्धारमैया ने लिखा, “आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) पहले ही 75 वर्षीय नरेंद्र मोदी के राजनीतिक संन्यास का संकेत दे चुके हैं. भाजपा के लिए यह एक दलित को अगला प्रधानमंत्री बनाने का सुनहरा मौका है. इस पहल की शुरुआत आप खुद करें.
“…जपा अब किसी दलित चेहरे को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर पेश करे”
◆ कर्नाटक के CM सिद्दारमैया ने कहा#Siddaramaiah | Siddaramaiah | #PmModi pic.twitter.com/SS6MDZfRuc
— News24 (@news24tvchannel) July 17, 2025
सिद्धारमैया का बयान
दूसरों को उपदेश देने के बजाय, आप किसी दलित नेता को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में क्यों नहीं पेश करते? चाहे वह गोविंद करजोल (Govind karajol) हों या चलवडी नारायणस्वामी (Chalavadi Narayanaswamy), अगर आप उनके नाम प्रस्तावित करते हैं, तो मैं आपको सबसे पहले बधाई दूँगा.” अब सिद्धारमैया के इस बयान पर बवाल मच गया है. कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेन्द्र (B. Y. Vijayendra) ने इस पर पलटवार करने हुए सिद्धारमैया पर पाखंड का आरोप लगाया और दलित पिछड़ों के साथ कांग्रेस के व्यवहार पर सवाल उठाए. सिद्धारमैया को जवाब देते हुए विजयेंद्र ने लिखा कि अगर कांग्रेस दलितों के साथ है, तो उन्हें खड़गे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए. सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.