Bihar news: हाल ही में बिहार के बखरौर से एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई है, जिसमें एक दलित लड़की की हत्या कर दी गई है। इस घटना को बखरौर हत्याकांड के नाम से जाना जा रहा है। इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और सरकार से दोषियों को जल्द सजा देने की अपील की है। पार्टी ने इस अमानवीय घटना की निंदा की है और न्याय की मांग की है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
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बीएसपी का विरोध प्रदर्शन
बिहार के गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के बखरौर गांव में दलित युवती की निर्मम हत्या के मामले में बहुजन समाज पार्टी के केंद्रीय प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने मंगलवार की रात पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ पार्टी के केंद्रीय प्रभारी उमाशंकर गौतम, मुख्य प्रदेश प्रभारी अधिवक्ता सुरेश राव और प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो भी मौजूद थे। अनिल कुमार ने इस जघन्य घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे प्रशासन की विफलता और सुनियोजित राजनीतिक साजिश बताया।
सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अनिल कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में दलित, शोषित और वंचित वर्ग के खिलाफ कई घटनाएं सामने आई हैं, जो इस बात का संकेत है कि गोपालगंज अब हत्या और बलात्कार के लिए बदनाम हो रहा है। अनिल कुमार ने यहां के पुलिस कप्तान की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पांच दिनों तक एफआईआर दर्ज न करना यह दर्शाता है कि बिहार का प्रशासन निष्क्रिय और दलित विरोधी हो गया है। उन्होंने तीखे शब्दों में पूछा, “क्या बिहार में तानाशाही या तालिबानी राज चल रहा है?” इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानसिक स्थिरता पर भी संदेह जताया।
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पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला
बीएसपी का कहना है कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होगी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने घटना के विरोध में प्रदर्शन भी किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस घटना ने उत्तर प्रदेश के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में एक नया मोड़ ला दिया है, जहां दलितों के खिलाफ अपराध एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। दलितों के हितों की आवाज मुख्य रूप से उठाने वाली बीएसपी इस मामले को लेकर काफी सक्रिय हो गई है और सरकार पर इस मामले में निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई करने का दबाव बना रही है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इस घटना से इलाके में तनाव का माहौल है और लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। बसपा की आंदोलन की चेतावनी ने सरकार पर दबाव और बढ़ा दिया है, ऐसे में यह देखना अहम होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।