Barabanki news: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक नाबालिग दलित हिंदू लड़के के जबरन धर्म परिवर्तन और खतना कराने के आरोप में एक रेस्टोरेंट मालिक को गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, लड़के को नौकरी का लालच देकर फंसाया गया और फिर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया। इसके बाद उसका खतना भी किया गया। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारे बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला ?
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है यहाँ एक दलित नाबालिग हिन्दू लड़के को जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया है। दरअसल, यह के मामल बाराबंकी के नबीगंज क्षेत्र में अफीफा रेस्टोरेंट का है रेस्टोरेंट मालिक ने कथित तौर पर नाबालिग लड़के को खतना कराने और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया था। जिसके बाद नाबालिग लड़के ने बजरंग दल के एक नेता से संपर्क किया था।
बता दें, यह मामला पिछले साल दिसंबर में तब सामने आया जब नाबालिग लड़के द्वारा अपनी आपबीती बताने के बाद विनय सिंह राजपूत नामक बजरंग दल के नेता ने मामला दर्ज कराया था। नाबालिग हिंदू लड़के के जबरन धर्म परिवर्तन की सूचना मिलने पर विनय सिंह राजपूत विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जिला अध्यक्ष बृजेश वैश्य के साथ बाराबंकी के अफीफा रेस्टोरेंट पहुंचे जहां लड़का काम करता था। लड़के ने उन्हें बताया कि उसे कबाड़ व्यापारी मुर्शीद और रियासत अली (मुर्शिद के पिता) नौकरी के बहाने यहां लाए थे। जहाँ रेस्टोरेंट मालिक ने अपना नाम भी बदलकर नूर मोहम्मद रख लिया है।
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दोनों आरोपियों की जमानत याचिका खारिज
राजपूत की शिकायत पर बाराबंकी थाने में मुर्शिद, रियासत अली और रेस्टोरेंट मालिक के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल मुर्शिद और रियासत अली को गिरफ्तार कर लिया, जबकि रेस्टोरेंट मालिक फरार हो गया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों की जमानत याचिका 20 दिसंबर 2024 को कोर्ट ने खारिज कर दी। ऑपइंडिया ने एफआईआर और जमानत आदेशों की प्रतियां प्राप्त की हैं। मामला दर्ज होने के बाद नाबालिग लड़के को पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड, आजमगढ़ भेज दिया।
सौतेली माँ पर आरोप
पुलिस के मुताबिक, लड़का आजमगढ़ के अतरौलिया थाना क्षेत्र का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि लड़के के पिता ने अपनी पहली हिंदू पत्नी थी और लड़के की मां की मौत के बाद लड़के के पिता ने एक मुस्लिम महिला से शादी कर ली थी। लड़के की एक बड़ी बहन है जो शादीशुदा है और अहमदाबाद में रहती है। लड़के ने आरोप लगाया कि उसकी सौतेली मां ने संपत्ति के लिए उसके पिता की हत्या कर दी। पिता की मौत के बाद उसने लड़के को घर से निकाल दिया। नौकरी की तलाश में वह मुर्शिद और रियासत अली के संपर्क में आया और जहाँ उसके साथ यह घटना घटी।