सड़क नहीं तो विकास नहीं: आज़ादी के सात दशक बाद भी बदहाल स्थिति में बिहार का बेनीपुर कोतबलिया मोहल्ला

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Kotbaliya road still in bad condition:  हाल ही में बिहार (Bihar) के बेनीपुर (Benipur) के वार्ड संख्या 5 के कोतबलिया इलाके (Kotbaliya Mohalla) से चौंकाने वाली खबर आई है. सामने आई है. जहाँ आज भी आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी सड़क के लिए दलित समुदाय के लोग तरस रहे है. लेकिन ना तो नगर प्रशासन कुछ कर रहा न ही राज्य सरकार कुछ कर रहीं है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.

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सड़क के लिए तरस रहा दलित समुदाय

आज़ादी के 75 साल बाद भी, देश के कई हिस्सों में सड़क संपर्क एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. यह समस्या ज़्यादातर गाँवों और बस्तियों जैसे इलाकों में देखने को मिलती है, या जहाँ दलित समुदाय के लोग ज़्यादा हैं. लेकिन सवाल यह है कि दलित समुदाय के लोगों को इन सभी सुविधाओं का लाभ कब तक नहीं मिलेगा? उन्हें ये जनसुविधाएँ कब मिलेंगी, जिनसे आज़ादी के 75 साल बाद भी वे वंचित हैं. ऐसा ही एक मामला बिहार के नगर परिषद बेनीपुर (Benipur) के वार्ड 5 स्थित कोतबलिया मोहल्ला (Kotbaliya Mohalla) से सामने आया है. जहाँ आज भी दलित समुदाय के लोगो के लिए सड़क जैसी आम सुविधा उपलब्ध नहीं है.

दरअसल, आजादी के 75 साल बाद भी दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग एक अदद सड़क के लिए तरस रहे हैं, लेकिन नगर प्रशासन से लेकर अनुमंडल प्रशासन (Subdivisional Administration) तक किसी का इस ओर ध्यान नहीं है. इस मोहल्ले में दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं. आजादी के 75 साल और नगर परिषद गठन के 14 साल बाद भी यह मोहल्ला बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. नगर परिषद प्रशासन इस मोहल्ले में पेयजल, सड़क और नाली जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल रही है. जिस कारण लोगो को अपना जीवन जीने में काफी असुविधा हो रही है.

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बुनियादी सुविधाएं तक नहीं उपलब्ध

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकरी के अनुसार स्थानीय इलाके में रहने वाले राजकुमार पासवान, लक्ष्मण पासवान, रामभरोस पासवान, हरिश्चंद्र पासवान, मो लाल, मो मेहताब, मो दुलारे आदि ने बताया कि आजादी के 75 साल और नगर परिषद गठन के 14 साल बीत जाने के बावजूद मो कुदुस के घर से मो आरिफ के घर तक आज तक सड़क, नाली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई है. फिर भी नगर परिषद प्रशासन इस मोहल्ले की ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जो अपने आप में प्रशासन की अक्षमता को दर्शाता है.

वही इस संबंध में नगर परिषद बेनीपुर की कार्यपालक पदाधिकारी प्रथमा पुष्पांकर को पूछने के लिए फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा। इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार झा ने कहा कि नगर परिषद प्रशासन को इस दिशा में काम करने की जरूरत है.

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