बुलंदशहर में अवैध स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज, जांच करने गई महिला अधिकारी और दलित कर्मचारी से अभद्रता

Misbehave with Dalit employee, Uttar Pradesh crime news
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Indecent behaviour with Dalit employee: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) के सिकंदराबाद (Secunderabad) से एक चौंकाने वाली, परेशान करने वाली और शर्मनाक घटना सामने आई है, जहाँ एक अवैध स्कूल की महिला प्रिंसिपल ने पहले एक दलित कर्मचारी के साथ बलात्कार किया और फिर उसका मोबाइल फोन छीन लिया। इतना ही नहीं, उसने उसे जातिसूचक गालियाँ देकर अपमानित भी किया गया. जिसके बाद पीड़ित ने स्थनीय थाने  में मामले की शिकायत दर्ज करवाई है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे  मामले के बारे में विस्तार से बताते है.

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दलित कर्मचारी से अभद्रता

हाल ही में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के सिकंदराबाद से दलित उत्पीड़न की खबर सामने आयी है, जहां गैर मान्यता प्राप्त स्कूल की जांच के लिए पहुंची महिला एबीएसए (ABSA) और एक दलित कर्मचारी के साथ ज्यादती का मामला सामने आया है. स्कूल की महिला प्रिंसिपल और उसके पति विकास शर्मा ने महिला एबीएसए (ABSA) और दलित कर्मचारी को न सिर्फ जातिसूचक गालियां दी बल्कि उन दोनों की पिटाई भी कर दी.

ये मामला सिकंदराबाद ब्लॉक क्षेत्र (Secunderabad block area) के धनौरा गांव (Dhanaura Village) का है. जहां पर विदिशा कॉन्वेंट स्कूल (Vidisha Convent School) धनौरा को लेकर एक अभिभावक मिथुन लाल ने डीएम (DM) से शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने उसके गैर मान्यता प्राप्त स्कूल होने के बारे में जानकारी दी थी. साथ ही ये भी कहा था कि स्कूल में मनमानी फीस वसूली जा रही है और खुले में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. इसकी जांच के लिए एबीएसए कुसुम सिंह, दलित कर्मचारी (Dalit Employee) अमोल रत्न के साथ स्कूल की जांच करने पहुंची लेकिन प्रिंसिपल ने बदतमीजी शुरु कर दी.

पूरी तरह से गैरकानूनी स्कूल

इतना ही नहीं दलित कर्मचारी जब छात्रों की बातचीत को मोबाइल में रिकॉर्ड कर रही थी तो उनका मोबाइल छीन लिया और उन्हें जातिसूचक गालियां (Caste-specific slurs) दी गई. साथ ही उन्हें नौकरी से निकलवाने की धमकी भी दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार एबीएसए कुसुम सिंह ने बताया कि ये स्कूल ककोड़ के नाम से रजिस्टर है और केवल 8वीं तक है लेकिन असल में ये धनौरा में एक निर्माणधीन इमारत में बनाया गया है, जो कि पूरी तरह से गैरकानूनी है. फिलहाल इस मामले जांच शुरु कर दी गई है लेकिन अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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