कर्नाटक में दलित महिला पर ग्राहक का हमला, जातिसूचक गालियां और मारपीट CCTV फुटेज वायरल

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Assault on Dalit Woman: हाल ही में कर्नाटक के कुंदापुर से मानवता को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है, जहां 500 रुपये के नोट को लेकर शुरू हुई बहस ने एक दलित महिला पर जातिवादी टिप्पणी के कारण हिंसा का रूप ले लिया। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ है। तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।

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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विडियो

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह खबर कर्नाटक के कुंदापुर इलाके की है जहां यास्मीन नाम की महिला स्थानीय मेडिकल शॉप पर दवा खरीदने आती है। दवा लेने के बाद वह 500 रुपये का नोट देती है। जब दुकान की क्लर्क लक्ष्मी कहती है कि दुकान में खुले पैसे नहीं हैं और फोनपे या डिजिटल पेमेंट का सुझाव देती है, तो यास्मीन अपना आपा खो देती है और ये बात बहस हाथापाई और जातिवादी गालियों तक बढ़ जाती है। इस पूरी घटना का वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया और यह सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

हमले में घायल लक्ष्मी को कुंदापुर तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक हरिराम शंकर अस्पताल पहुंचे और पीड़िता से मुलाकात की तथा दुकान पर जाकर मामले की जानकारी ली। एसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और सबूतों के आधार पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कुंदापुर ग्रामीण पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।

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सीसीटीवी फुटेज की जांच

इस घटना से स्थानीय स्तर पर तनाव फैल गया है। दलित संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं और एससी/एसटी (SC-ST act) अधिनियम की धारा 3 के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इसके अलवा पुलिस ने पीड़िता को आश्वासन दिया है जल्दी की आरोपी महिला को गिरफ्तार कर सख्त करवाई की जाएगी।

आपको बता दें, यह घटना दलितों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव के बढ़ते मामलों को उजागर करती है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में सामने आ रहे हैं। इस तरह की घटनाएं अक्सर सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध का कारण बनती हैं, जो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।

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