Dalit oppression in Uttar Pradesh: हाल ही में सुनहरा गांव में दलित महिला की हत्या के बाद कांग्रेस नेता तनुज पुनिया पीड़ित परिवार मिले और कांग्रेस नेता तनुज पुनिया ने उत्तर प्रदेश में दलितों के साथ भेदभाव की कहानियों पर चिंता जताई है। उन्होंने हाल ही में हुई सुनैहरा की घटना को शर्मनाक बताया है। तनुज पुनिया के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अपराधियों के साथ भेदभाव हो रहा है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें तनुज पुनिया ने क्या कहा
हाल ही में सुनहरा गांव में दलित समुदाय के साथ हुई मारपीट और महिला को कार से कुचलकर मार डालने के मामले में रविवार को कांग्रेस के एससी-एसटी विभाग के विचारक तनुज पुनिया और कांग्रेस लिबरल के प्रमुख जियाउर रहमान के प्रतिनिधिमंडल ने गांव का दौरा किया। उन्होंने पुरातन परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। साथ ही एलिजाबेथ रिलेच से सामूहिक घटना के बारे में जानकारी भी ली। दिवगंत शीला दीक्षित के बेटे भूपेंद्र से भी बात की गई, जिसमें पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर चर्चा हुई। कम्युनिस्ट कांग्रेस के तनुज पुनिया ने पीड़ित परिवार से कहा कि वह इस मामले को संसद में उठाएंगे और सरकारी सहायता की मांग करेंगे।
दोषियों को सख्त सजा देने की मांग
कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने योगी सरकार पर प्रदेश में दलितों के साथ खुलेआम भेदभाव और उन पर बढ़ते अत्याचार का आरोप लगाया। उन्होंने सुनहरा की घटना को समाज के लिए बड़ा आघात और सभी के लिए सामूहिक शर्म की बात बताया। तनुज पुनिया ने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए और घायलों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए।
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे और यूपी में दलितों के साथ हो रहे भेदभाव और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने भाजपा की कार्यशैली को हर मोर्चे पर असफल बताया और कहा कि यूपी में गुंडागर्दी का बोलबाला है। इसके अलावा उन्होंने विधायिका की स्थिति को कमजोर बताते हुए नौकरशाही की बेलगाम गतिविधियों पर भी सवाल उठाए। तनुज पुनिया का कहना है कि दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए।