दबंगों ने दलित परिवार को पीटा, नाबालिग से छेड़छाड़ पुलिस कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने लगाई फांसी

Dalit Girl Suicide case, Rajasthan Crime
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Dalit Teen Commits Suicide: हाल ही में राजस्थान (Rajasthan) के डीडवाना-कुचामन जिले (Deedwana-Kuchaman district) के दौलतपुरा (Daulatpura) गांव से हैरान और परेशान करने वाली खबर सामने आयी है. जहाँ एक दलित उत्पीड़न और मारपीट छेड़छाड़ पर शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी जब करवाई नहीं तो तो दलित युवती ने परेशान होकर घर पर फांसी लगा ली. वही अब पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.

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दलित नाबालिग किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या

आखिर कब तक दलित मनुवादी सोच का शिकार होते रहेंगे, दलितों को न्याय कब मिलेगा, दलितों को आजादी कब मिलेगी, अगर ये सब इतना ही है तो दलितों के लिए क्यों नहीं, आए दिन दलितों पर अत्याचार होते रहते हैं, ऐसा ही एक मामला फिर राजस्थान से सामने आया है, जहां, जहां उत्पीड़न से तंग आकर एक दलित नाबालिग किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) करने की कोशिश की. हालांकि, मौके पर पहुंच कर परिवार वालों ने लड़की को फंदे से उतार लिया.दलित नाबालिग की जान तो बच गई लेकिन उसकी हालत काफी गंभीर बनी हुई है. दरअसल, ये घटना है राजस्थान (Rajasthan) के डीडवाना-कुचामन जिले (Deedwana-Kuchaman district) के दौलतपुरा गांव की है, जहां 29 जुलाई की देर रात कुछ दबंग एक दलित के घर में घुस गए थे.

मनुवादी दबंगों ने न केवल परिवार वालों के साथ मारपीट की बल्कि परिवार की महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें भी की. इस घटना के खिलाफ परिवार वालों ने थाने में एफआईआर (FIR) भी दर्ज कराई लेकिन जब कई दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो परिवार की एक दलित किशोरी ने आहत होकर फांसी लगा लिया. परिजनों ने तुरंत किशोरी को फंदे से उतारा और बांगड़ जिला अस्पताल (Bangar District Hospital) पहुंचाया. लेकिन नाबालिग की हालत को देखते हुए उसे सीकर अस्पताल रेफर कर दिया गया.

दलित परिवार ने पुलिसवालो पर लगाया आरोप

पीड़ित दलित परिवार ने पुलिसवालो पर आरोप लगाया है कि आरोपियों के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई करने के बजाये पुलिस उल्टा उन पर ही दवाब बना रही है कि वो मामले को रफा दफा कर दें. इस मामले में पीड़ित दलित परिवार की महिला गीता देवी लगातार थाने के और एसपी ऑफिस में कार्रवाई के लिए गुहार लगा रही थी लेकिन तब प्रशासन की नींद नहीं खुली. अब जब पीड़ित, दबंगों पर कार्रवाई न होने के बाद आत्महत्या की कोशिश में लगे तो प्रशासन की आंखों से पट्टी हटी है. पुलिस उपाधीक्षक धरम पूनिया ने बताया कि इस मामले में अब तक 2 लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है और मामले की जांच जारी है.

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