Dalit Woman Tortured: हाल ही में मध्य प्रदेश में एक दलित महिला के घर में घुसकर गुंडागर्दी और उस पर अब तक FIR दर्ज न होने का मामला सामने आया है. यह घटना रेखाबाई नामक महिला से जुड़ी है, जिनका आरोप है कि उन्हें दलित होने की वजह से निशाना बनाया जा रहा है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है।
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जानें पूरा मामला क्या है?
मध्य प्रदेश के धार जिले के धरमपुरी इलाके से दलित महिला पर अत्याचार, चरित्र हनन और जातिवादी लड़कियों द्वारा भड़काऊ खबरें प्रसारित करने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित महिला लाइनबाई का आरोप है कि दलित होने के कारण उसे लगातार शराब पिलाई जा रही है। कुछ लोग उसके घर में घुसकर आतंकवादी गुंडों की तरह मारपीट करते हैं, जिससे उसे और उसके परिवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना के बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही कोई एफआईआर दर्ज की गई।
वही रेखाबाई कश्यप ने जनसुनवाई शिविर में कलेक्टर को आवेदन देकर आरोप लगाया है कि 2 जून को नाई समाज के पांच परिवारों ने उसके घर में घुसकर मारपीट की, जातिगत गाली-गलौज की और मोहल्ले से निकाल देने की धमकी दी। आरोपियों में पुत्तन, विकास, बंटी, रामकली, अलका, नेहा, भूमि व अन्य शामिल हैं।
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पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
न्याय न मिलने से हताश रेखाबाई ने प्रशासन से गुहार लगाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने यहाँ तक कह दिया है कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो उन्हें आत्महत्या की अनुमति दी जाए। यह बयान उनकी निराशा और प्रशासन की ओर से की जा रही अनदेखी को दर्शाता है। इस घटना के सामने आने के बाद अधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। हालांकि रेखाबाई और उनके समर्थक पुलिस की निष्क्रियता को लेकर काफी नाराज हैं। दलित संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में तुरंत कार्रवाई और न्याय की मांग की है।
आपको बता दें, यह घटना एक बार फिर दलित समुदाय पर हो रहे अत्याचार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब पीड़ित समुदाय के लोगों को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। क्या प्रशासन इस मामले में कोई ठोस कदम उठाएगा?