Merrut news: हाल ही में उत्तर प्रदेश से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है, जहां दलित महिलाओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और घसीटते हुए थाने ले गई, जहां उनके गहने उतार लिए गए। महिलाओं का यह भी कहना है कि उन्होंने पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी। तो चलिए इस लेख में आपको पूरा मामला बताते हैं।
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महिलाओं ने पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी
हाल ही में मेरठ में पुलिस द्वारा दलित महिलाओं पर कथित हमले का मामला सामने आया है जहां कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक दलित महिलाओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और घसीटते हुए थाने ले गई, जहां उनके जेवर उतरवा लिए गए। महिलाओं का यह भी कहना है कि उन्होंने पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फाड़ दी। दरअसल, उत्तर प्रदेश के मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र के लावड़ में दो भाइयों के बीच विवाद सुलझाने पहुंचे दरोगा का महिलाओं ने सिर फोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने युवक और महिलाओं की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी, जिसका वीडियो वायरल हो गया है।
वही मौके पर पहुंची पुलिस ने सुशील को हिरासत में ले लिया और थाने आने लगी। इसी बीच सुशील की पत्नी कविता और मां जगरोशिनी ने दरोगा से अभद्रता की और उसकी वर्दी फाड़ दी। दरोगा का सिर भी फोड़ दिया, जिससे वह लहूलुहान हो गया। वही इस मामले में मेरठ एसपी का बयान भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि महिलाओं ने पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी थी, जिसके कारण पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। इसके अलवा इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसकी सत्यता की जांच की जा रही है।
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एसएसपी कार्यालय पहुंचा पीड़ित परिवार
सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और सुशील समेत कई महिलाओं को हिरासत में लेकर उनकी पिटाई की, जिसका वीडियो वायरल हो गया। शुक्रवार को महिला और उसके परिजन इस वीडियो की फुटेज लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे और कई आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने बताया…युवक और युवतियों ने दरोगा से बदसलूकी की, उसकी वर्दी फाड़ दी और सिर फोड़ दिया। इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। किसी ने एकतरफा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। जबकि युवक और परिवार की महिलाओं ने दरोगा पर हमला किया था।
वही इस मामले में भीम आर्मी समर्थकों ने कहा शुक्रवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ता पीड़ित परिवार और घायल महिलाओं को लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचेंगे। उन्होंने एक वीडियो और अन्य लोगों की ओर से प्रार्थना पत्र जारी किया। भीम आर्मी के मानक आदेश में कहा गया- दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिसकर्मी इस तरह गुंडागर्दी करते हैं। इन दस्तावेजों पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो हम आंदोलन करेंगे।