U.P: साइड न देने पर दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या, गला दबाकर मारने का आरोप

Dalit youth die, Rickshaw driver murder in UP
Source: Google

Dalit youth strangled to death: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से बीते दिन एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहाँ एक दलित युवक बाइक सवारों की दबंगई का शिकार हो गया. रास्ता न देने को लेकर हुए झगड़े ने इतना भयानक रूप ले लिया कि बाइक सवारों ने युवक की पहले पिटाई की और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. हालाँकि, पुलिस को अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत (तहरीर) नहीं मिली है, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे  मामले के बारे में विस्तार से बताते है.

Also Read: Rajasthan: उधार देने से मना करने पर दलित दुकानदार पर जानलेवा हमला, मेघवाल समाज में भारी रोष

दलित रिक्शा चालक की गला घोंटकर हत्या

भारत का संविधान जब 1950 में लागू हुआ तो डॉ. भीमराव अंबेडकर ने यह सुनिश्चित किया कि समाज के सबसे वंचित और पीड़ित वर्ग को बराबरी का हक मिले. लेकिन आज स्वतंत्रता के इतने वर्षों बाद भी भारत में दलितों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. एक तरफ़ तो उन्हें संविधान द्वारा बराबरी का दर्जा मिला है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक भेदभाव, हिंसा, छुआछूत और अपमान की घटनाएँ अब भी उनकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा हैं. समाज का बड़ा हिस्सा अब भी दलितों को समान दृष्टि से देखने को तैयार नहीं है…और यही कारण है कि हर रोज देश के हर हिस्से से दलित उत्पीड़न की ऐसी खबरें सामने आती हैं, जो सभी को सोचने पर मजबूर कर देती हैं.

वही हाल ही में दलित उत्पीड़न का उत्तर प्रदेश से सामने आया है, जहां एक दलित रिक्शा चालक को कुछ दबंगो ने केवल साइड न देने पर पीट पीट कर मार डाला. ये घटना है यूपी के रामपुर के गांव परम कल्याणपुर से सामने आई है. दरअसल, 55 साल के भगवान दास और उनके बेटे जितेंद्र ई-रिक्शा चलाने का काम करते थे. मंगलवार की शाम को दोनो पिता पुत्र कुछ सवारी लेकर लौट रह थे, तभी तरब्बा गांव में कुछ बाइक सवारों ने साइड से निकलने की कोशिश की लेकिन भगवान दास उन्हें साइड नहीं दे पाये जिससे बाइक सवार नाराज हो गए और दोनो के बीच काफी कहासुनी हो गई.

पोस्टमार्टम के लिए भेज मृतक का शव

जितेंद्र के मुताबिक बाइक सवारों ने उनके पिता को बुरी तरह से पीटा और उनका गला दबा कर हत्या कर दी. इस घटना ने दलित समाज (Dalit Community) में रोष पैदा हो गया और सबने भारी बारिश के बीच हंगामा शुरु कर दिया. हालात को संभालने के लिए एसडीएम (SDM) आनंद कुमार कनौजिया, सीओ (SEO) राजवीर सिंह परिहार और कोतवाल धनंजय कुमार सिंह ने मौके पर पहुंच कर सभी को समझाया और मृतक के शरीर का पंचनामा करके पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए भेज दिया. हालांकि, इस मामले में अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है.

Also Read: जमीन दिलाने के नाम पर 55 लाख की ठगी, दलित युवक ने 6 जालसाजों के खिलाफ कराया मुकदमा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *