Gujarat Crime News: हाल ही में गुजरात के अमरेली जिले से एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें कथित तौर पर एक दलित युवक की भीड़ ने हत्या कर दी। इस युवक ने एक ओबीसी दुकानदार के बेटे को ‘बेटा’ कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद यह घटना घटी। आइए इस मामले की पूरी जानकारी विस्तार से समझते हैं।
जानें क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले यानी 16 मई को गुजरात के अमरेली जिले में एक छोटी सी घटना ने हिंसक रूप ले लिया था। एक युवक को कथित तौर पर 13 लोगों ने इसलिए पीटा क्योंकि उसने चिप्स खरीदते समय दुकान मालिक के बेटे को ‘बेटा’ कह दिया था। बाद में 20 वर्षीय दलित युवक की भावनगर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के पीड़ित नीलेश राठौड़ को कुछ लोगों ने बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को घटना की जानकारी दी, जिसमें पुलिस उपाधीक्षक नयना गोराडिया ने बताया कि नीलेश राठौड़ की गुरुवार को मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को हिरासत में लिया है। कुल 13 आरोपियों में से नौ पकड़े जा चुके हैं, जबकि बाकी चार की तलाश जारी है। पहले पुलिस ने मारपीट, दंगा और गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन युवक की मौत के बाद हत्या की धारा भी जोड़ी जाएगी।
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नौ आरोपियों को किया गिरफ्तार
इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दलित नेता मेवाणी ने कहा, “आरोपियों के खिलाफ गुजरात आतंकवाद नियंत्रण एवं संगठित अपराध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए और परिवार की इच्छा के अनुसार सरकारी वकील नियुक्त किया जाना चाहिए। पुलिस उपाधीक्षक गोराडिया ने कहा कि जिला प्रशासन परिवार को राठौड़ का शव लेने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है।
वही पुलिस अद्यक्ष से गोराडिया ने कहा, “13 आरोपियों में से हमने नौ को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी चार को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। राठौड़ की गंभीर चोटों के कारण मौत हो गई, जबकि उन पर हमला करने वाले अन्य तीन लोग खतरे से बाहर हैं।” इस घटना के बाद कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी ने परिवार से मुलाकात कर न्याय की मांग की है। परिवार ने अपनी मांगें पूरी न होने पर शव लेने से इनकार कर दिया है, जिस पर जिला प्रशासन उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है।