Begusarai news: हाल ही में बिहार के बेगूसराय से मानवता को चौकाने वाली खबर सामने आई है जहाँ दलितों के घरों को कथित तौर पर ध्वस्त करने और उन पर हमला करने के आरोप में खंड विकास अधिकारी बीडीओ (BDO), अंचल अधिकारी (CO) और एक उपनिरीक्षक सहित 27 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। तो चलिए आपको इस लेख पूरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला?
बिहार में दलितों के घर में तोड़फोड़ करने और मारपीट कर उन्हें घायल करने के आरोप में बीडीओ, सीओ और दारोगा समेत 27 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह पूरा मामला बेगूसराय जिले का है। यहां साहेबपुर कमाल थाने में बीडीओ, सीओ और दारोगा समेत 27 लोगों के खिलाफ दलित उत्पीड़न, लूटपाट, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने आदि के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी में पीड़ित साहेबपुर कमाल थाना के पंचवीर गांव निवासी रामेश्वर सदा के पुत्र हरिलाल सदा ने कई लोगों को आरोपी बनाया है। इस मामले में उन्होंने जिन लोगों को आरोपी बनाया है, उनमें बीडीओ राजेश कुमार रंजन, सीओ सतीश कुमार, थाना इंस्पेक्टर राकेश कुमार गुप्ता, सीआई अखिलेश राम के अलावा नसीरुद्दीन के पुत्र मो. शहंशाह, मो. नईमुद्दीन के पुत्र मो. नसीरुद्दीन, मो. सयूम के पुत्र मो. चांद उर्फ भैरस, डॉ. मो. निजामुद्दीन के पुत्र मो. गुलाब हसन, डॉ. निजामुद्दीन के पुत्र मो. इकरामुल हक उर्फ सोना समेत कई अन्य शामिल हैं।
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पीड़िता का बयान – (statement of the victim)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़ित हरिलाल सदा ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि पंचवीर वार्ड-6 में करीब 100 मुसहर परिवार 50 वर्षों से रह रहे हैं। 5 जून 2023 को सभी आरोपी लाठी-डंडे, रॉड, ट्रैक्टर और जेसीबी लेकर उनकी बस्ती में आ धमके। गाली-गलौज की और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी और घर खाली करने को कहा। इसके बाद आरोपियों ने घरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की और सामान ट्रैक्टर पर लादकर ले गए। वही पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।