Etah News: हाल ही में उत्तर प्रदेश के एटा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के एक जिला पंचायत सदस्य पर दलित महिलाओं पर हमला करने का आरोप है। यह एक चिंताजनक रिपोर्ट है, खासकर दलित अधिकारों की वकालत करने वाले बीएसपी के ऐतिहासिक मंच को देखते हुए। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे विस्तार से जानकारी देते है।
जानें क्या है पूरा मामला
हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना एटा जिले के जलेसर थाना क्षेत्र के अरबगढ़ गांव की है। यहां जमीनी विवाद को लेकर बीएसपी के जिला पंचायत सदस्य मुकेश यादव ने अपने साथियों के साथ दलित महिलाओं और लड़कियों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में कई महिलाएं घायल बताई जा रही हैं, जिनमें से एक महिला की तो हालत काफी गंभीर है जिसे गाँव के बहार अस्पताल रेफर किया गया है। आपको बात दें, यह पीड़ित महिला नट समुदाय (दलित समुदाय) से हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ितों ने बताया कि वे सालों से विवादित जमीन पर रह रहे हैं। उनका दावा है कि जब उन्होंने आरोपियों को जमीन पर ईंट उतारने से रोकने की कोशिश की तो उन्हें जातिसूचक गालियां दी गईं और मारा-पीटा गया। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है। जलेसर के सर्किल ऑफिसर (सीओ) ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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जमीन विवाद और जाति आधारित भेदभाव
आपको बता दें, यह घटना विशेष रूप से परेशान करने वाली है क्योंकि इसमें (Advocacy of Dalit upliftment) करने वाली एक पार्टी का नेता शामिल है, जो कथित तौर पर उसी समुदाय के खिलाफ हिंसा में शामिल है जिसका वह प्रतिनिधित्व करता है। वही यह घटना ग्रामीण इलाकों में जमीन विवाद और जाति आधारित भेदभाव की चल रही चुनौतियों को रेखांकित करता है। इसके अलावा आपको बता दें कि आज भी दलितों पर जमीन के मुद्दे पर अत्याचार होता है। कभी उनकी जमीन धोखे से हड़प ली जाती है तो कभी मारपीट कर उनकी संपत्ति छीन ली जाती है।