ट्रैफिक जाम में फंसे कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने पुलिसकर्मी को जड़ा थप्पड़, SC-ST एक्ट के तहत केस दर्ज

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Congress leader slapped the police: हाल ही में झारखंड (Jharkhand) के लातेहार (Latehar) जिले से हैरान परेशान करने वाला मामला सामने आया है. जहाँ एक दलित पुलिस कर्मचारी पर पूर्व कांग्रेसी नेता (Congress leader) ने एक के बाद कई थप्पड़ मार दिए. इतना ही नहीं कॉन्स्टेबल को जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित किया गया. जिसके बाद दलित कांस्टेबल (Dalit constable) ने इस मामले की FIR स्थनीय थाने में जाकर दर्ज करवाई है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं.

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जातिसूचक शब्दों से किया अपमानित

भारतीय समाज में जाति प्रथा सदियों से अपना घर बनाए हुए है, जिसके कारण दलितों को हमेशा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक भेदभाव का सामना करना पड़ाता है. संविधान द्वारा समानता और अधिकारों की गारंटी मिलने के बावजूद, आज भी दलितों के साथ भेदभाव, हिंसा और अन्याय की घटनाएं सामने आती रहती हैं. शिक्षा, रोज़गार और राजनीति में दलित समाज ने प्रगति तो की है, लेकिन सामाजिक मानसिकता में बदलाव की रफ्तार बहुत धीमी है. ऐसा ही एक मामला झारखंड से सामने आया है, जहां एक दलित पुलिस कर्मचारी पर पूर्व कांग्रेसी नेता ने दनादन थप्पड़ बरसा दिए.

कॉन्स्टेबल को कई थप्पड़ जड़े

दरअसल, ये मामला लातेहार जिले का है जहां करमा पर्व के दौरान दोपहर 1:30 बजे लातेहार में हुई, जब पूर्व मंत्री का काफिला ट्रैफिक जाम में फंस गया. को पूर्व कांग्रेस मंत्री कृष्णानंद त्रिपाठी (krishnanand tripathi) का काफिला जाम में फंस गया था. उस वक्त कॉन्स्टेबल रविंद्र रिकियासन ट्रैफिक को क्लीयर कराने में लगे थे, तभी पूर्व कांग्रेस नेता ने जल्द से जल्द रास्ता क्लीयर करने को कहा. लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण कांस्टेबल तेजी से रास्ता साफ नही करवा पाये, जिससे गुस्साएं कांग्रेसी नेता ने कॉन्स्टेबल को कई थप्पड़ जड़ दिए. इतना ही नहीं, कांग्रेसी नेता ने आदिवासी और हरिजन जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके पुलिस वाले को अपमानित भी किया.

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SC-ST एक्ट अधिनियम के तहत मामला दर्ज

जिसके बाद इस घटना को लेकर दलित पुलिस कर्मचारी ने नगर थाना डालटनगंज (Daltonganj) में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है, जिसमें मारपीट के साथ साथ SC-ST एक्ट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं कांग्रेस मंत्री का कहना है कि उन पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने केवल रास्ता साफ कराने को कहा था, उन्होंने किसी के साथ कोई बदसलूकी नहीं की है, ये केवल बदला लेने के मकसद से उन्हें फंसाया गया है.

वहीं, लातेहार पुलिस मेन्स एसोसिएशन (Police Men’s Association) के अध्यक्ष करण सिंह ने डीजीपी (DGP) को पत्र लिख कर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि किसी को भी इस तरह के किसी का अपमान करने की इजाजात नहीं है. अगर कोई गलती हुई थी तो उपर के अधिकारियों से शिकायत की जा सकती थी लेकिन खुद से अपमान करने का क्या मतलब बनता है. उन्होंने जल्द से जल्द असली आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

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