Case of Dalit harassment: हाल ही में बिहार के गया जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां आम तोड़ने पर एक दलित युवक की जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए पिटाई की गई। इस विवाद में एक युवक के खिलाफ दलित उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अनुसूचित जाति थाने में मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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जानें क्या है पूरा मामला?
आखिर कब तक दलितों पर अत्याचार होते रहेंगे? देश में इतने बदलाव के बाद भी दलितों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं, कभी उन्हें साथ में खाना नहीं खाने दिया जाता, कभी उन्हें पढ़ने नहीं दिया जाता, आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा…खैर, छोड़ो एक बार फिर ऐसा ही एक मामला गया जिले से सामने आया है, आम तोड़ने को लेकर हुए विवाद और मारपीट के बाद पुलिस ने शेरघाटी थाने में विधवा महिला की शिकायत पर बौना यादव और उसके साथियों के खिलाफ दलित उत्पीड़न के आरोप में केस दर्ज किया है।
आरोपी युवक शेरघाटी (Sherghatti) नगर परिषद के अमरसिंह बाग टोला का रहने वाला है। आपको बता दें, मारपीट की यह घटना शेरघाटी के बुढ़िया नदी के किनारे स्थित बिजली सब स्टेशन के पास हुई। वही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेरघाटी थाना (Sherghatti Police Station) प्रभारी अजीत कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस शिकायतों की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि गुड़िया देवी नामक विधवा महिला ने यह केस दर्ज कराया है।
दलित उत्पीड़न अधिनियम के तहत मामला दर्ज
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने “अमरसिंह” नामक युवक के खिलाफ दलित उत्पीड़न अधिनियम के तहत मामला दर्ज (Case registered under Dalit Atrocities Act) किया है। इसके अलवा एक अन्य मामले में शेरघाटी पुलिस (Sherghatti police) की छापेमारी टीम ने कुसहा गांव (Kushaha Village) में छापेमारी कर आनंद कुमार और नंद किशोर यादव नामक दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों युवकों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है।
वही स्थनीय पुलिस ने बताया की मामले की जाँच चल रही है जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जायेगा और सख्त से सख्त करवाई की जाएगी