Dalit labourers and women beaten up: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गौतम बुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) से इंसानियत को शर्मशार करने वाली खबर सामने आई है। जहाँ दलित समाज से आने वाले कुछ मजदूरो ने अपना वेंतन क्या मांग लिया तो दबंगों ने उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी। इतना ही नहीं दबंगों ने महिलाओ के साथ भी बदसलूकी और मारपीट की। जिसके बाद से महिलाओ की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। उनका इलाज नजदीकी अस्पताल में चल रहा है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बातते है।
और पढ़े: Mainpuri: नाबालिग दलित लड़की से गैंगरेप और वीडियो बनाने के आरोप में दो गिरफ्तार
वेतन मांगा तो कर दी पिटाई
उत्तर प्रदेश से है जहां धीरे धीरे कानून का नहीं बल्कि जातिवादी दबंगों का राज शुरू हो चुका है। जहां एक मजदूर को अपनी की गई मेहनत की मजदूरी मांगना इतना भारी पड़ा कि उसकी कीमत केवल उसने ही नहीं बल्कि उसके घर की औरतों ने भी चुकाई। दरअसल ये मामला ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा का है। जहां एक दलित मजदूर को तीरथली गांव के दूसरे समुदाय के 5 लोगों ने गरीब मजदूर के घर में घुस कर बुरी तरह से मारपीट की। इतना ही नहीं बीच बचाव करने आई महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। उन्हें भी बुरी तरह से पीटा गया।
और पढ़े: 9 दिन बाद जागा पुलिस प्रशासन, दलित की पिटाई में तीन आरोपियों पर केस दर्ज
गंभीर हालत में महिलाए
शिकायतकर्ता विपिन जाटव ने पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई महेश ने आरोपी के घर पर मजदूरी की थी, जिसका कुछ पैसा बकाया था। लेकिन जब महेश वो पैसे लेने गया तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट की। इतने से भी आरोपी का दिल नहीं भरा तो वो महेश के घर 4 और लोगों के साथ पहुंचा जहां दबंगों ने महेश की बहन अनीता, पत्नी भारती और मां रामवती के साथ अभद्र व्यवहार किया और उनके साथ भी बुरी तरह मारपीट की। उस मारपीट के हमले में महेश और उसकी बहन अनीता बुरी तरह घायल हो गए, और दोनों का इलाज चल रहा है।
शिकायतकर्ता का आरोप
वहीं शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उसने इस मामले की कंप्लेन रबूपुरा (Rbupura) पुलिस थाने में भी कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने अनसुना करके मामले को दर्ज करने से इनकार दिया, मजबूरी में पीड़ित परिवार को सोशल मीडिया के जरिए गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नर को अर्जी देनी पड़ी। इस मामले में अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में पुलिस के लाचार रवैए के बाद क्या यूपी की जनता वाकई में कानून व्यवस्था पर भरोसा कर सकती है। जवाब आप जानते है।