Ambedkar Statue Controversy: हाल ही में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाली खबर आई जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद गहरा गया है। यह मुद्दा वकीलों और हाईकोर्ट परिसर से निकलकर सड़कों तक पहुंच गया है। अब कांग्रेस पार्टी दलित समुदाय के साथ सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रही है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है।
जानें क्या है पूरा मामला?
ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर वकील समुदाय दो गुटों में बंट गया है, जिसके चलते परिसर में तनाव का माहौल है। एक तरफ एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के साथ-साथ अन्य अंबेडकरवादी वकील प्रतिमा लगाने पर अड़े हैं। उनका मानना है कि परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा होनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ बार एसोसिएशन से जुड़े कुछ पदाधिकारी इसका विरोध कर रहे हैं। दरअसल, पिछले सप्ताह जब प्रतिमा परिसर में पहुंचने वाली थी, तब इन प्रदर्शनकारी वकीलों ने उसे अंदर नहीं आने दिया, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया।
इस दौरान मौके पर पहुंचे वकीलों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, जिसमें भीम आर्मी कार्यकर्ताओं पर हमले की भी खबर है। इस गतिरोध को सुलझाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों को जबलपुर बुलाकर उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है। इस स्थिति के चलते ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में तनाव और अनिश्चितता बनी हुई है।