Hardoi News: हाल ही में उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक शर्मनाक खबर सामने आई है, जहां एक ग्राम प्रधान द्वारा दलित महिला को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर दुष्कर्म की धमकी देने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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ग्राम प्रधान पर आरोप
दलित महिलाओं पर अत्याचार प्राचीन काल से ही होते आ रहे हैं। समाज में आए बदलावों के बावजूद आज भी यह सभी चीजे होती है। जी हां, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक दलित महिला का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक ऊंची जाति का ग्राम प्रधान दलित महिला को जातिसूचक भाषा का इस्तेमाल करते हुए गाली दे रहा है और साथ ही उसे बलात्कार की धमकी भी दे रहा है।
#हरदोई: ग्राम प्रधान पर जातिसूचक गालियां देने व जान से मारने की धमकी का आरोप, SP के आदेश पर FIR दर्ज
हरदोई के ग्राम ककराली की एक अनुसूचित जाति की महिला ने गांव के प्रधान श्यामलाल लोध पर जातिसूचक गालियां देने, जान से मारने और दुष्कर्म की धमकी देने का आरोप लगाया है।
महिला का कहना… pic.twitter.com/f9pTFUnFrC
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 28, 2025
दरअसल हरदोई के ककराली गांव की अनुसूचित जाति की महिला ने गांव के प्रधान श्यामलाल लोध पर जातिसूचक गालियां देने, जान से मारने और दुष्कर्म की धमकी देने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि 15 मार्च को प्रधान अपने साथियों के साथ उसके घर पहुंचा और आंगन की जमीन को लेकर विवाद करते हुए गाली-गलौज और धमकी दी। पीड़िता के मुताबिक मौके पर मौजूद दरोगा ने बीच-बचाव नहीं किया और प्रधान ने उसके सामने ही उसे धमकाया।
शिकायत के बावजूद भी कोई करवाई नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता ने कई बार 112 पर कॉल की लेकिन शिकायत के बावजूद कोई मदद नहीं मिली, जिसके बाद महिला ने स्थानीय थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। इस घटना का संज्ञान लेते हुए एसपी के आदेश पर ग्राम प्रधान समेत 10 नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट और अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा आपको बता दें, यह मामला कानून व्यवस्था के साथ-साथ समाज कल्याण के लिए भी चिंता का विषय है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि समाज में कोई भी व्यक्ति जाति या पद को आदर्श बनाकर किसी को डरा न सके।