भारत में 24 घंटे होता है दलित, पिछड़े, अति पिछड़े और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार, राहुल गांधी ने उठा दिए सवाल!

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Rahul Gandhi: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल गांधी लगातार देश के दलित, पिछड़े, अति पिछड़े और आदिवासी समुदायों के प्रति अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते रहे हैं। उन्होंने सार्वजनिक मंचों से लेकर संसद तक इन समुदायों के साथ हो रहे भेदभाव और हिंसा के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई है। उनके बयानों में इन वर्गों के साथ हो रहे अन्याय और सामाजिक असमानता के प्रति गहरी संवेदनशीलता झलकती है और वे सरकार से इन मुद्दों पर ठोस कार्रवाई की मांग करते रहे हैं। तो चलिए आपको इस लेख में बताते है आखिर क्या कहा इस बार राहुल गाँधी ने सरकार से?

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दलित पर होते है चौबीसों घंटे अत्याचार

हाल ही में उन्होंने बिहार के दरभंगा में एक कार्यक्रम में कहा कि ”इस देश में दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और आदिवासियों पर चौबीसों घंटे अत्याचार हो रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि ये समुदाय शिक्षा और अन्य अवसरों से वंचित हैं। राहुल गांधी ने सरकार से इन समुदायों के लिए न्याय और समानता सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने जाति जनगणना और निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण लागू करने की भी मांग की है। राहुल गांधी के इन बयानों पर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने उनके बयान का समर्थन किया है, जबकि कुछ लोगों ने उनकी आलोचना की है।

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कांग्रेस पार्टी सरकार के समक्ष तीन प्रमुख मांगें

राहुल गांधी ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी सरकार के समक्ष तीन प्रमुख मांगें रखती है, जैसे देशव्यापी जाति जनगणना उन्होंने तेलंगाना राज्य की तरह पूरे देश में उचित जाति जनगणना की मांग की, ताकि इन समुदायों की सही संख्या और स्थिति का पता चल सके। दूसरी और उन्होंने निजी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी आरक्षण लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि इन समुदायों के छात्रों को उच्च शिक्षा में समान अवसर मिल सकें। इसके अलवा उन्होंने नौकरशाही में दलित, पिछड़े, अति पिछड़े और आदिवासी समुदायों के लगभग शून्य प्रतिनिधित्व पर चिंता व्यक्त की और इसमें सुधार की मांग की।

उन्होंने कहा कि ये समुदाय देश की 90 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उन्हें स्वतंत्रता और आजादी दी गई है, जो उनके विकास के मार्ग को अवरुद्ध करती है। उन्होंने लोगों से एकजुट होकर अपनी-अपनी मांगों के लिए आवाज उठाने को कहा। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पुलिस ने उन पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की, लेकिन लोगों के समर्थन के कारण वे सफल नहीं हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी उनसे जाति जनगणना कराने और संविधान का सम्मान करने की अपील की थी। लोगों के दबाव के कारण प्रधानमंत्री ने जाति जनगणना कराने की घोषणा की, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है और जाति जनगणना का विरोध करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार देश के 90 प्रतिशत दलित, पिछड़े, अति पिछड़े, अल्पसंख्यक और आदिवासी समुदायों के खिलाफ है और यह केवल अमीरों की सरकार है। राहुल गांधी ने लोगों को आश्वस्त किया कि वह छात्रावासों की स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं और वादा किया कि देश और बिहार में उनकी सरकार बनते ही वह इन स्थितियों में बदलाव लाएंगे और जो करने की जरूरत है वह करेंगे।

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