धर्मांतरण के काले कारनामे: झांगुर बाबा और जातिगत कीमतों का खुलासा पंडित लड़की को 15 लाख दलित लड़की को 10 लाख

Chhangur Baba, Ghaziabad News
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Chhangur Baba: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद Ghaziabad में एक चौंकाने वाले खुलासे से धर्मांतरण रैकेट (conversion racket) के काले कारोबार का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें जाति के आधार पर धर्मांतरण की कीमत तय की जाती थी। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड झांगुर बाबा उर्फ ​​मोहम्मद अफजल (Chhangur Baba alias Mohammed Afzal Baba) बताया जा रहा है, जो धर्म परिवर्तन के लिए अलग-अलग जातियों के लोगों से अलग-अलग रकम वसूलता था. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.

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धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश

आज के समय में बाबाओं का बोलबाला है. लोग अपनी पूजा-पाठ सही करवाने के लिए इन बाबाओं के जाल में फंस जाते हैं और अपना धर्म छोड़कर अपने परिवार को छोड़ देते हैं. लोग इन बाबाओं के जाल में इस तरह फंस जाते हैं कि अपना सबकुछ छोड़ देते हैं और फिर उनकी दुनिया सिर्फ बाबाओं की हो जाती है. कई बार ऐसी खबरें भी सामने आती हैं कि ये बाबा लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाते हैं और फिर अपनी कीमत तय करके उन्हें बेच देते हैं, ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जहाँ झांगुर बाबा उर्फ ​​मोहम्मद अफजल जो धर्म परिवर्तन के लिए लोगों से पैसे लूटता है. दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, इस रैकेट में पंडित लड़कियों के धर्मांतरण के लिए 15 लाख रुपये और दलितों के धर्मांतरण के लिए 10 लाख रुपये की कीमत तय की जाती थी.

धर्मांतरण के नाम पर चल रहे गैर-कानूनी गतिविधियों

आपको बता दें, इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की और झांगुर बाबा के ठिकानों पर छापेमारी की तो बाबा के साथ उसकी साथी नीतू उर्फ़ नसरीन की गिरफ़्तारी हुई वही पुलिस की जांच में पता चला कि झांगुर बाबा काफी समय से धर्मांतरण का यह अवैध धंधा चला रहा था. वह लोगों को लालच देकर, आर्थिक प्रलोभन देकर या फिर डरा धमकाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करता था. इस रैकेट का नेटवर्क सिर्फ गाजियाबाद तक ही सीमित नहीं था, बल्कि आसपास के कई जिलों में भी फैला हुआ था.

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 40 बार इस्लामिक देशो की यात्रा

इसी बाबा ने लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए शिज्र-ए-तैयबा नाम की एक किताब प्रकाशित की, जिसका इस्तेमाल इस्लामिक धर्म को फैलाने के लिए किया जाता है. यह किताब कटार संप्रदाय के बारे में है. युवा इसे पढ़कर उन्हें गजवा–ए-हिन्द जैसे कट्टरपंथी एजेंडा से जोड़ा जा सके. ATS जी जाँच में पता चला ये गिरोह 40 बार इस्लामिक देशो की यात्रा कर चूका है. 40 से अधिक खाते इस गिरोह के नाम से चल रहे है. इन खातो में 100 करोड़ से ज्यादा रुपय का लेन-देन हुआ है. इन पैसो से कई बेस कीमती चीजे खरीदी गयी है और अदाहे से जयादा पैसे बाहरी देशो से आया है.

झांगुर बाबा की इन काली करतूतों के खुलासे के बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है. इस मामले में आगे की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही इस रैकेट से जुड़े सभी सदस्यों का पर्दाफाश हो जाएगा. यह घटना समाज में धर्मांतरण के नाम पर चल रही अवैध गतिविधियों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है.

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