Banda Dalit Basti crisis: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा (Banda) से एक हैरान और परेशान करने वाली खबर आई है. जहाँ दलित बस्ती (Dalit basti) में लोगों का रहना मुश्किल हो गया है. दरअसल, दलित बस्ती की हालत इतनी खराब हो गई है कि उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. कहीं जलभराव है तो कहीं सड़कें टूटी हुई हैं, जिससे दलित समुदाय के लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने में भी दिक्कत हो रही है. कही तो पानी का स्तर इतना उपर पहुच चूका है कि घरों के अन्दर पानी भरने लगा है. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं.
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दलितों के घरों में घुस रहा पानी
दलितों की स्थिति की बात करें तो आज भी कुछ दलित बस्तियों में हालात वैसे ही हैं जैसे सालों पहले थे. आज भी दलित समुदाय को आर्थिक सुविधाओं और जनसुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाया है. आज भी दलित बस्तियों में जलभराव और खराब सड़कें देखने को मिलती हैं. ऐसा ही एक मामला यूपी के बांदा से सामने आया है, जहां की दलित बस्तियों की हालत देखकर किसी का भी कलेजा फट जायेगा. वैसे तो सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है लेकिन दलितों की बस्ति का हाल आज भी बेहद दयनीय है. उनकी तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता है.
ऐसा ही एक खबर यूपी (Uttar Pradesh) के बांदा (Banda) जिले के पैलानी तहसील (Palani Tehsil) के इछावर गांव (Ichhawar Village) से आई है. जहाँ दलित बस्ती में सड़के तालाब में बदल गई है. दरअसल, सरकारी तालाब का पानी सड़को पर बह रहा है और दलितों के घरों में घुस रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकरी के अनुसार स्थिति ऐसी है कि वहां रहने वाले लोगो के लिए सड़को पर निकलना तक दूभर हो गया है.
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दलित समुदाय की चिंताए बढ़ी
गांव के मुख्य मार्ग पर ही जलभराव के कारण कई तरह की बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है. दलित समुदाय प्रशासन से भी कई बार गुहार लगा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है और हालात दिन-ब-दिन ख़राब होते जा रहे है. वही इस समस्या के कारण स्थानीय लोगों की चिंता काफी बढ़ गई है. मुख्य मार्ग होने के कारण न तो लोग काम पर जा पा रहे है और न ही बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं. लोगो को डर है कि कहीं गंदे पानी के कारण उनके परिवार के सदस्य कही बीमार न पड़ जाये. वही इस खबर ने एक बार फिर सरकार की योजनाओ पर सवाल उठा दिए है. अब देखना ये है की कब तक दलित बस्ती को आम सुविधा मिलती है.