Mau News: उत्तर प्रदेश के मऊ से कल इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक खबर सामने आई है. जहां एक दलित व्यक्ति ने जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन स्थानीय थाने ने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की और पीड़ित को धमकाकर थाने से भगा दिया, जिसके बाद पीड़ित दलित व्यक्ति ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और फिर कोर्ट के आदेश पर जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. तो चलिए आपको इस मामले की पूरी जानकरी के बारे में विस्तार से बताते है.
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जिला पंचायत अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मऊ से दलित उत्पीड़न की चौकाने वाली खाबर सामने आयी है, जहां दलित उत्पीड़न के मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज कुमार राय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जातिगत भेदभाव की शिकायत करने वाले मऊ के कोपागंज क्षेत्र के भेलाबांध गांव के रहने वाले जितेंद्र कुमार गोयल हैं, जिन्होंने जिला अध्यक्ष पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि 27 मार्च 2023 को शहीद मार्ग इंदारा से रामानंद के घर तक पिच कार्य का टेंडर निकाला गया था.
लेकिन चूंकि जितेंद्र कुमार दलित समुदाय से आते हैं और ये उनका इलाका पडता था, इसलिए जानबूझ कर जिला अध्यक्ष ने काम होने ही नहीं दिया. वो बताते हैं कि ये पहली बार नहीं हुआ था. इससे पहले भी उनके कई प्रस्तावों को ठुकरा दिया गया और उनकी जाति को लेकर टिप्पणी करते हुए काम न करने के निर्देश दिये गए. बताते चले कि जितेंद्र कुमार गोयल वार्ड-13 इंदारा से जिला पंचायत मेम्बर हैं.
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कोर्ट के आदेश पर FIR
जातिगत उत्पीड़न को लेकर जितेंद्र गोयल ने 8 अप्रैल को भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने भी मामले को दर्ज करने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें कोर्ट की शरण लेनी पड़ी. अब कोर्ट ने कोपागंज थाने को आदेश दिया है कि वो इस मामले में FIR दर्ज कर जल्द से जल्द कार्रवाई शुरु करें.
इस मामले के सामने आने के बाद अब जिला अध्यक्ष ने सामने आकर अपने ऊपर लगे आरोपो को वेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि सभी काम बिना किसी जातिगत भेदभाव के पूरे हो रहे है. हालांकि, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है.