Akash Anand Comeback BSP: कुछ समय पहले बीएसपी प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने अपनी पार्टी के लिए बड़ा फैसला लेते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को पार्टी से निकाल दिया था। वही अब बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देते हुए एक बार फिर पार्टी में शामिल कर लिया है। उन्हें मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया है। तीन राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद को रिपोर्ट करेंगे। आकाश आनंद आगामी चुनाव में प्रचार की कमान भी संभालेंगे।
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बीएसपी में चीफ नेशनल कॉर्डिनेटर
बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को दिल्ली में हुई बसपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में इसकी घोषणा की। सर्वसम्मति से आकाश आनंद को यह जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया गया। आपको बता दें कि आकाश आनंद को मार्च में बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। मायावती (Mayawati) ने उन्हें राष्ट्रीय समन्वयक समेत सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था। मायावती ने कहा था कि अब उनके जीवित रहते कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। लेकिन एक बार फिर मायावती के भतीजे आकाश आनंद को बसपा में मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (National chief coordinator) बनाया गया है। पार्टी में पहली बार यह पद सृजित किया गया है। क्योंकि बसपा में पहले से ही तीन राष्ट्रीय (National chief coordinator) समन्वयक हैं। मायावती ने आकाश के लिए यह खास व्यवस्था की है। इसीलिए जिम्मेदारी मिलने के बाद आकाश ने कहा कि आदरणीय बहन जी ने मुझे पार्टी के मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक पद की जिम्मेदारी दी है।
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आकाश आनंद की बीएसपी में धमाकेदार वापसी
बीते रविवार को पार्टी में वापसी करते हुए आकाश आनंद ने कहा आकाश ने कहा कि मैं आदरणीय बहनजी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने मेरी गलतियों को माफ किया और मुझे बहुजन मिशन और आंदोलन को मजबूत करने में योगदान देने का एक बार फिर से मौका दिया। आपको बता दें, आकाश आनंद ने बसपा में शानदार वापसी की है। लेकिन यह उनके लिए कांटों का ताज जैसा है।
आकाश अपनी पहली पारी में असफल रहे। लेकिन इस दौरान बसपा के युवा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। जब मायावती ने उन्हें पार्टी से निकाला तो सभी गुपचुप तरीके से आकाश की वापसी की दुआ कर रहे थे। आकाश को पार्टी के पुराने और नए नेताओं के बीच समन्वय बनाना होगा। बसपा के कई नेता पार्टी छोड़कर दूसरे राजनीतिक दलों में शामिल हो गए हैं। ऐसा माहौल बना दिया गया है कि बसपा डूबता जहाज है।