Prayagraj Crime News: दलित भाजपा नेता के बेटे को पेशाब पिलाने का मामला, जबरन बनाया मुर्गा और की ज्यादती

Dalit BJP Leader's Son Allegedly Forced to Drink Urine, Prayagraj Crime News
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Prayagraj Crime News: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज जिले (Prayagraj district) से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें दलित भाजपा नेता (Dalit BJP Leader) के बेटे के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई। वही पीड़ित ने आरोप लगाया है कि कुछ युवकों ने उसे बंधक बनाकर पीटा, मुर्गे की तरह खड़ा किया और पेशाब पिलाने की कोशिश की। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है।

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दलित नेता के बेटे के साथ मारपीट

बीते दिन  प्रयागराज (Prayagraj district)  के नैनी कोतवाली (Naini Police Station) क्षेत्र के दभाव चाका गांव (Dabhav Chaka Village) में दलित युवक के साथ हुई वीभत्स घटना ने समाज में सनसनी फैला दी है। 18 वर्षीय युवक ने बताया कि मंगलवार शाम क्रिकेट खेलकर लौटते समय कुछ युवक उसे जबरन सीओडी मैदान में ले गए और करीब दो घंटे तक बेरहमी से पीटा और उसे मुर्गा भी बनाया। युवक ने यह भी दावा किया कि हमलावरों ने उसे पेशाब पिलाने की भी कोशिश की। पीड़ित ने इस मामले में नैनी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है।

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पीड़ित का बयान दर्ज कर की करवाई

इस मामले में पुलिस ने पीड़ित का बयान लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। पीड़ित के पिता की शिकायत पर चार नामजद समेत 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसी तरह दूसरे पक्ष की शिकायत पर भी मामला दर्ज किया गया है। पिता आशीष चौधरी ने बताया कि घटना 27 मई की शाम की है। सीओडी के पास खली मैदान से क्रिकेट खेलकर लौट रहा था कि तभी उनके बेटे अंश को उसी इलाके के रहने वाले सागर सिंह, हनी सिंह, अमन द्विवेदी और हर्षित तिवारी समेत करीब 12 लोगों ने ईंट भट्ठे पर ले जाकर पीटा।

अंश ने जैसे-तैसे करके फोन करके हमे घटना की सूचना दी और कहा कि मुझे बचा लो, जिसके बाद हमने 112 पर कॉल किया और पड़ोसियों के साथ अपने बेटे को बचाने गए, तभी भीड़ देखकर सभी आरोपी मौके से भाग गए और हम अपने बेटे को गंभीर हालत में अस्पताल ले गए।

मोबाइल गेम और पैसों की हार-जीत को लेकर विवाद

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने मामले की जांच के दौरान बताया कि मोबाइल गेम और पैसे जीतने-हारने को लेकर विवाद हुआ था। सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि पीड़ित को बंधक बनाया गया हो या उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया हो। पीड़ित के पिता का कहना है कि आरोपी उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जबकि पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।

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