Seraikela Kharsawan News: हाल ही में झारखण्ड के सरायकेला खरसावां जिले से खबर सामने आई है जहाँ सरायकेला खरसावां जिले के सिनी दलित बस्ती के लोगों ने रेलवे के उस आदेश का विरोध किया है जिसमें 15 दिनों के अंदर बस्ती खाली करने को कहा गया है। रेलवे ने 90 परिवारों को जमीन खाली करने का नोटिस दिया है। लोगों का कहना है कि वे 100 साल से यहां रह रहे हैं। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
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रेलवे ने जारी किया नोटिस
हाल ही में झारखण्ड के सरायकेला खरसावां जिले से चौकाने वाली खबर सामने आई है दरअसल, सीनी रेलवे स्टेशन के पास स्थित दलित बस्ती को रेलवे ने खाली करने का नोटिस भेजा है। रेलवे ने 15 दिनों के अंदर बस्ती खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। अगर 15 दिनों के अंदर बस्ती खाली नहीं हुई तो रेलवे अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाकर बस्ती को खाली कराएगा।
रेलवे से नोटिस मिलने के बाद दलित बस्ती के लोग विरोध में डीसी कार्यालय पहुंचे और उपायुक्त से दूसरी जगह जमीन उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। डीसी कार्यालय पहुंचने वालों में जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सरदार आदि मौजूद थे। उन्होंने उपायुक्त से उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की है। जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने जिला प्रशासन और रेलवे से अपील की है कि वे मिलकर कोई बीच का रास्ता निकालें, ताकि दलित बस्ती के लोग बेघर न हों।
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सिनी दलित बस्ती में 100 साल से रह रहे लोग
आपको बता दें, सीने बस्ती के लोगों ने ज्ञापन में बताया कि वो लोग 100 साल से रेलवे कि भूमि पर रह रहे है। वही अधिकांश परिवार सफाई और दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजरा करते हैं। इससे पहले 2018 में रेलवे ने नोटिस जारी किया था। उस समय जिला प्रशासन ने भूमिहीन परिवारों को चार डिसमिल जमीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था। फिर कोरोना संक्रमण के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब फिर रेलवे ने नोटिस जारी किया है। ज्ञापन में कहा गया कि 90 परिवारों के मकान छीने जाएंगे।