दलित युवकों पर अत्याचार सपा-बसपा नेताओं का आक्रोश, पुलिस पर दबाव

Aligarh News, Violence with Dalit Youth
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Aligarh: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से दूसरे दिन चौंकाने वाली खबर सामने आई। जहां जय भीम का नारा लगाने पर ठाकुर समुदाय के एक दर्जन लोगों ने दलित युवकों की पिटाई कर दी। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज किया और अब इस घटना को देखते हुए बहुजन नेताओं और समाजवादी नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है, तो आइए इस लेख में आपको पूरा मामला बताते हैं।

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दलित युवकों के साथ मारपीट

बीते दिन अलीगढ़ के नगला कलाार क्षेत्र में दो दलित युवकों के साथ मारपीट किए जाने और उसका वीडियो वायरल होने की घटना के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने पुलिस कप्तान कार्यालय पहुंचकर कार्यवाही की मांग उठाई आपको बता दें कि नगला कलार के रहने वाले दलित युवक प्रदीप और राहुल रोजाना हाईवे पर जाकर वीडियो बनाया करते थे बताया जाता है कि पिछले दिवस जब वह वीडियो बनाकर घर लौट रहे थे तभी कुछ दबंग लोगों ने उन्हें पकड़ लिया तथा उन्हें बेरहमी से पीटा। आरोप है कि उन लोगों ने बाबा साहेब की फोटो जमीन पर फेंक दी और उस फोटो के साथ भी उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। इतना ही नहीं उसे बेल्ट, घूंसे, लात-घूंसों और डंडों से भी बुरी तरह पीटा गया।

बसपा और समाजवादी पार्टी का बयान

रविवार को पिटाई का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने नगला कलार निवासी तीन युवकों छविकांत, राहुल और प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। देर रात जातीय आधार पर युवक की पिटाई की अफवाह पर जगत्यात के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके विरोध में सोमवार को इधर, बहुजन समाज पार्टी के नेता सलमान शाहिद और समाजवादी पार्टी के नेता लक्ष्मी सिंह धनगर अपने-अपने कार्यकर्ताओं के साथ घायल युवक को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और पुलिस से बात की। उन्होंने एसएसपी को पूरी घटना की जानकारी दी और उनसे कार्रवाई की मांग की।  सलमान शाहिद ने कहा कि भाजपा सरकार में दलितों और मुसलमानों को इस तरह से परेशान किया जा रहा है। यह एक घटना है, लेकिन इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं।

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लेकिन, पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद वे नारेबाजी करते हुए जबरन अंदर घुस गए। नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने 50 हजार रुपये लेकर तीनों युवकों को छोड़ दिया। उनका मेडिकल भी नहीं कराया गया। उन्होंने थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। आरोपी युवकों पर केस दर्ज होने के बाद ही सभी मानेंगे। उधर, एसएसपी संजीव सुमन के मुताबिक युवक की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। इसी आधार पर पिटाई करने वालों पर केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। इस घटना में जाति का कोई मामला नहीं है।

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