Caste discriminate with Dalit families: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं (Badaun) से हैरान परेशान करने वाली सामने आई है. जहाँ एक दबंगों ने दलितों के घर के सामने दीवार खड़ी कर दी ताकि वो किसी भी प्रकार की आवाजाही नहीं कर पाए. इस कारण गाँव में रहने वाले कई दलित परिवार काफी परेशान हो रहे हैं. अभी तक इस मामले में पुलिस ने कोई करवाई नहीं करी हैं. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे मे विस्तार से बताते हैं.
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घर के सामने खड़ी करी दीवार
आज़ादी से पहले भी दलितों को असमानता की दीवार का सामना करना पड़ा है. जो आज भी मौजूद है. आज भी सवर्णों ने दलितों पर अत्याचार, भेदभाव और हिंसा जारी रखी है. आज भी भेदभाव की वह दीवार जस की तस बनी हुई है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बदायूं से सामने आया है. जहां जातिवादी दबंगों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि उन्होंने दलितों के घर के सामने दीवार खड़ी कर दी, ताकि उनका आने जाने का रास्ता बंद हो जाए.
दरअसल यह घटना बदायूं (Badaun) के बौंदरी गांव (Boundary Village) से सामने आई है, जहां बीजेपी (BJP) के एक कार्यकर्ता ने दलित परिवार (Dalit family) का रास्ता रोकने के लिए राजाराम व अनोखे जाटव के घर के सामने दीवार खड़ी करवा दी जिससे दलित परिवार काफी दिक्कतों का समन्ना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं उन्हें जातिसूचक गलियां देकर भी अपमानित किया जा रहा है.
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पुलिस ने नहीं करी कोई करवाई
आपको बता दें, दलित परिवार ने जब इस घटना की पुलिस से इसकी शिकायत की थी. लेकिन बीजेपी नेता के प्रभाव के कारण पुलिस भी दलितों के घर के सामने दीवार खड़ी करने से नहीं रोक पाई. जिससे थक हार कर दलित परिवार ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष (Congress District President) अजीत यादव से न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद अजीत यादव पीड़ित परिवार समेत जिला मैजिस्ट्रेट (District Magistrate) के पास अर्जी लेकर पहुंचे.
जहाँ उन्होंने पूरे मामले के बारे में बताया और जिसके बाद डीएम (DM) ने एसडीएम (SDM) सदर मोहित कुमार को अवैध दीवार की जांच करने और उसे हटाने के निर्देश दिए हैं. एसडीएम ने बताया कि ये केवल दो पक्षों में प्लाट और सड़क का विवाद है, जिसके कारण दीवार खड़ी कर दी गई है लेकिन जल्द ही तहसीलदार को भेजकर जमीन का माप होगा और अगर सड़क सार्वजनिक पाई गई तो दीवार तुड़वा दी जाएगी.