Dalit family attacked in Thakur colony: बीते दिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) से चौकाने वाली खबर सामने आई है. जहाँ कुछ उंच जाति के लोगो की बस्ती से एक दलित परिवार को टेम्पो निकालना बेहद भारी पड़ गया. ठाकुरों ने उनके साथ बेह्रेह्मी से मारपीट करी इतना ही नहीं उन्हें जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित भी किया. दरअसल पीड़ित अपनी बीमार माँ को देखने अस्पातल जा रहे थे. जिस वक़्त ठाकुरों ने इस घटना को अंजाम दिया. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.
ठाकुर कॉलोनी में दलित परिवार पर हमला
उत्तर प्रदेश में दलितों के साथ अत्यचार लगातार बढ़ते जा रहे है. कभी दलितों के साथ मारपीट, कभी कुछ लेकिन सरकार सोई हुई है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के साथ उत्पीड़न की उत्तर प्रदेश से है. जहां ठाकुरों की बस्ती से एक दलित परिवार को टेम्पो निकालना बेहद भारी पड़ गया. जी हां, ये घटना अलीगढ़ (Aligarh) के महुआ थाना क्षेत्र (Mahua Police Station Area) के मूसेपुर जलाल गांव (Musepur Jalal Village) की है. पीड़ित दलित परिवार रामनगर गांव (Ramnagar Village) का रहने वाला है.
पीड़ितों के मुताबिक उनकी मां की तबीयत खराब है और वो आगरा के विराट हॉस्पिटल में भर्ती हैं. उन्हें देखने के लिए पीड़ित का भांजा अजय, हरदुआगंज गांव से रामनगर आया था और वो देर रात वापिस लौट रहा था. लेकिन इसी बीच मूसेपुर जलाल में कुछ लोगों ने टेम्पो को वहां से निकलने को लेकर उसका रास्ता रोक लिया और जातिसूचक गालियां देनी शुरू कर दी, जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई. अजय वापिस रामनगर आ गया और अपने मामा को आपबीती सुनाई, जिसके बाद ये विवाद और गहरा गया.
स्थानीय लोगों ने करवाया मामले को शांत
दोनों पक्षों के बीच जोरदार बहस हुई लेकिन स्थानीय लोगों ने मामले को शांत करा दिया और जब वो वापिस अपने गांव लौट रहे थे तब ठाकुरों ने उन पर हमला कर दिया. आरोपियों के पास कई तरह के हथियार थे. इस हमले में मामा वीर सिंह, उनका भतीजा दिलीप और चचेरा भाई छोटू घायल हो गए. महुआखेड़ा और गांधी पार्क थाना के प्रभारी ने बीच में हस्तक्षेप करके मामले को शांत कराया. पुलिस के मुताबिक ठाकुर समाज का कहना है कि टेम्पो चालक गलत तरीके से टेम्पो चला रहा था जिसके लिए उसे टोका था लेकिन नशे में होने के कारण उसने इस बात का विवाद बना दिया. पुलिस के मुताबिक अभी मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद ही ये साफ हो सकेगा कि आखिर कसूरवार कौन है.