उदित राज का बयान: दलित को भेजते तो गर्व होता, अंतरिक्ष मिशन पर जातिगत टिप्पणी!

Udit Raj, Shubhanshu Shukla
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Udit Raj’s Controversial Statement: बीते दिन स्पेस (Space) पर गए हुए शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) की वापसी को लेकर देश में जहाँ हर तरफ ख़ुशी माना रहे है. इसी बीच कांग्रेस नेता उदित राज (Congress leader Udit Raj) ने शुभांशु शुक्ला को बधाई देते हुए. ये कहा अगर कोई SC,ST या फिर OBC समाज के व्यक्ति को भेजा होता तो जयादा ख़ुशी होती. उन्होंने अपने इस बयान से साफ़ बताया वो दलितों के उथान की बात कर रहे हैं. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है.

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क्या एससी-एसटी वाले लोग स्पेस पर नहीं जा सकते

देश में शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं. दलित समाज के बच्चे उससे भी ऊँची शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है? आज भी आदिवासी रोज़गार के मामले में पिछड़े हुए हैं. उनका शोषण होता है, उन पर अत्याचार होता है या वे आगे नहीं बढ़ पाते. इस मामले पर कांग्रेस नेता उदित राज ने एक बड़ा बयान दिया है, जो विवाद का विषय बन गया है. दरअसल, पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस पार्टी की ओर से लगातार दलितों के लिए आवाज बुलंद किया जा रहा है.

जाति जनगणना की मांग हो या फिर राहुल गांधी के भाषणों में दलितों की बातें..कांग्रेस जमीनी स्तर पर दलितों से जुड़ने की कोशिश कर रही है. इसी बीच अभी हाल ही में स्पेस सेंटर से लौटे शुभांशु शुक्ला को लेकर कांग्रेस नेता उदित राज ने बड़ी टिप्पणी की है. उदित राज ने दलितों और पिछड़े वर्गों के हक में आवाज उठाते हुए कहा कि क्या एससी-एसटी वाले लोग स्पेस पर नहीं जा सकते है. शुभांशु शुक्ला की जगह किसी पिछड़े वर्ग के व्यक्ति को भी भेजा जा सकता था.

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कांग्रेस नेता उदित राज का बयान

लेकिन मनुवादी मानसिकता के कारण लोग पिछड़ों को इस काबिल नहीं समझते. उन्होंने ये भी कहा कि जब राकेश शर्मा अंतरिक्ष में गए थे तब दलित और पिछड़ा वर्ग इतना पढ़ा लिखा नहीं था लेकिन अब तो दलित समाज के लोग भी हायर स्टडी कर रहे है लेकिन फिर भी उन्हें मौका क्यों नहीं मिल रहा है. अब जरूरी है कि दलित समाज को भी बड़े मौके मिले, तो वो भी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में ज्यादातर केंद्रीय विश्वविद्यालय के ऊंचे पदों पर कोई दलित या पिछड़ा वर्ग का नहीं है. इनमें अगर कोई पिछड़े वर्ग का चुना जाएगा तो क्या वो भारतीय नहीं होगा.

ऐसे बहुत से लोग दलित समाज से आते है जिन्होंने एनडीए की परीक्षा अच्छे नंबरों से पास की लेकिन उन्हें मौका नहीं मिलता है. कांग्रेस नेता उदित राज की बातों की सुनकर ये अवधारणा कहीं न कहीं सटीक होती जा रही है कि आरक्षण केवल शिक्षा में है लेकिन ऊंचे पदों पर आज भी पिछड़ों को अधिकार नहीं मिलता.

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