BNS Section 126 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126, बीएनएस की धारा 126 गलत तरीके से बाधा डालने के अपराध से संबंधित है। इस धारा में कहा गया है कि किसी व्यक्ति को जानबूझकर उस दिशा में आगे बढ़ने से रोकना अपराध है, जिस दिशा में उसे आगे बढ़ने का वैध अधिकार है। तो चलिए जानते हैं ऐसा करने पर कितने साल की सजा का प्रावधान है और बीएनएस में व्यभिचार के बारे में क्या कहा गया है।
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धारा 126 क्या कहती है? BNS Section 126 in Hindi
बीएनएस (BNS) की धारा 126, “गलत तरीके से रोकने” से संबंधित है। यह धारा किसी व्यक्ति के आवागमन की स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करती है। इस धारा को दो उपधाराओं में समझा जा सकता है। धारा 126 (1) – गलत तरीके से बाधा डालने की परिभाषा जो कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से किसी व्यक्ति को किसी ऐसी दिशा में आगे बढ़ने से रोकता है जिसमें उस व्यक्ति को आगे बढ़ने का कानूनी अधिकार है, उसे गलत तरीके से उस व्यक्ति को बाधा डालने वाला कहा जाता है।
वही यदि कोई व्यक्ति सद्भावपूर्वक मानता है कि उसे किसी निजी रास्ते (भूमि या जल पर) को रोकने का कानूनी अधिकार है, तो ऐसी बाधा इस धारा के अर्थ में अपराध नहीं होगी। धारा 126 (2) – गलत तरीके से बाधा डालने के लिए सजा जो कोई भी व्यक्ति गलत तरीके से किसी व्यक्ति को बाधा डालता है, उसे एक महीने तक की अवधि के लिए साधारण कारावास या पांच हजार रुपये तक के जुर्माने या दोनों से दंडित किया जाएगा।
बीएनएस धारा 126 की मुख्य बातें
- बीएनएस (BNS) की धारा 126 के तहत जानबूझकर किया गया कार्य जैसे किसी व्यक्ति को बाधा पहुँचाने का कार्य जानबूझकर किया जाना चाहिए। अनजाने में बाधा डालना या किसी के रास्ते में आना गलत तरीके से बाधा डालना नहीं माना जाएगा।
- आवाजाही में बाधा डालना आरोपी व्यक्ति ने पीड़ित की आवाजाही में शारीरिक रूप से बाधा डाली होगी या बाधा डालने की धमकी दी होगी।
- आगे बढ़ने का वैधानिक अधिकार: जिस व्यक्ति को बाधा पहुँचाई जा रही है, उसे उस दिशा या रास्ते में आगे बढ़ने का वैधानिक अधिकार होना चाहिए।
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बीएनएस धारा 126 उदाहरण
बीएनएस (BNS) धारा 126 उदाहरण कुछ इस तरह से है कि…किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना कमरे में बंद करना (हालाँकि यह “गलत तरीके से बंधक बनाना” के अंतर्गत भी आ सकता है, जो कि धारा 127 में है), किसी व्यक्ति को सड़क पर चलने से रोकना, किसी व्यक्ति को ट्रेन या बस में चढ़ने से रोकना, यदि आप किसी व्यक्ति को अपनी संपत्ति से बाहर जाने से रोकते हैं, तो यह भी अपराध हो सकता है, किसी व्यक्ति को काम पर जाने से रोकना या रोकने की धमकी देना इसके अलवा किसी व्यक्ति को अस्पताल जाने से रोकना।
बीएनएस 126 (BNS) के तहत दी जाने वाली सज़ा
इसके अलावा आपको बता दें बीएनएस 125 के तहत इस अपराध के लिए, सजा में साधारण कारावास (एक महीने तक) या जुर्माना (₹5,000 तक) या दोनों हो सकते हैं।