BNS Section 128 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 128, “बल” को परिभाषित करती है। यह धारा बताती है कि किसी व्यक्ति पर बल का प्रयोग कब अपराध माना जाएगा। तो चलिए जानते हैं ऐसा करने पर कितने साल की सजा का प्रावधान है और बीएनएस में व्यभिचार के बारे में क्या कहा गया है।
धारा 128 क्या कहती है? BNS Section 128 in Hindi
बीएनएस (BNS) की धारा 128 यह धारा स्पष्ट करती है कि यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की गति को रोकता है, बदलता है या रोकता है, तो इसे बल का प्रयोग माना जाता है। वही किसी वस्तु के माध्यम से बल का प्रयोग: यदि कोई व्यक्ति किसी वस्तु को इस तरह से हिलाता, बदलता या रोकता है कि वह वस्तु व्यक्ति के शरीर, कपड़े या उसके द्वारा पहनी गई किसी वस्तु के संपर्क में आती है, जिससे व्यक्ति को कोई संवेदना होती है, तो इसे भी बल का प्रयोग माना जाता है।
- बल का उपयोग करने के तरीके: बल का उपयोग तीन विशिष्ट तरीकों से किया जा सकता है…जैसे की शारीरिक बल द्वारा…अपनी शारीरिक शक्ति का उपयोग करके।
- पदार्थों द्वारा: पदार्थों को इस तरह से व्यवस्थित करके कि बिना किसी और क्रिया के गति या गति में परिवर्तन हो।
- जानवरों द्वारा: किसी जानवर को चलने, उसकी गति बदलने या रुकने के लिए मजबूर करके।
बीएनएस धारा 128 की मुख्य बातें
- यह खंड आपराधिक बल और हमले जैसे अपराधों को समझने का आधार प्रदान करता है। बीएनएस की धारा 129 “आपराधिक बल” और “हमले” को परिभाषित करती है, जिसे धारा 128 में “बल” की परिभाषा के आधार पर समझा जाता है।
- यह प्रावधान उन स्थितियों को स्पष्ट करता है जहाँ शारीरिक संपर्क आवश्यक नहीं है, लेकिन किसी वस्तु या जानवर का उपयोग करके बल का उपयोग किया जा सकता है।
Also Read: क्या कहती है BNS की धारा 120,जानें महत्वपूर्ण बातें
बीएनएस धारा 128 उदाहरण
बीएनएस (BNS) धारा 128 उदाहरण कुछ इस तरह से है कि…उदाहरण 1 – रवि और अर्जुन आपस में बात कर रहे थे, तभी रवि को गुस्सा आ गया और उसने अर्जुन को धक्का देकर दूर कर दिया ताकि वह चला जाए। इस मामले में रवि ने अपने शारीरिक बल का प्रयोग करके अर्जुन का रास्ता बदल दिया। इसे बीएनएस की धारा 128 के तहत ‘बल’ का प्रयोग माना जाएगा।
उदाहरण: एक व्यक्ति ‘ए’ ने एक पत्थर उठाया और उसे दूसरे व्यक्ति ‘बी’ की ओर फेंका। पत्थर ‘बी’ के शरीर से टकराया। यहाँ ‘ए’ ने पत्थर को हिलाया और उसे ‘बी’ के शरीर के संपर्क में लाया। इसे बीएनएस की धारा 128 के तहत ‘बल’ का प्रयोग माना जाएगा।
बीएनएस 128 (BNS) के तहत दी जाने वाली सज़ा
इसके अलावा आपको बता दें बीएनएस 128 के तहत इस अपराध के लिए, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 128 बल को परिभाषित करती है। इसमें केवल यह बताया गया है कि “बल” क्या है। धारा में स्वयं कोई दंड निर्धारित नहीं किया गया है।