BNS Section 133 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता (BNS) धारा 133 यह किसी व्यक्ति की गरिमा को ठेस पहुँचाने के इरादे से उस पर हमला करने या आपराधिक बल का प्रयोग करने से संबंधित है, बिना किसी गंभीर और अचानक उकसावे के। ऐसा करने पर व्यक्ति को 2 साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं ऐसा करने पर कितने साल की सजा का प्रावधान है और बीएनएस में व्यभिचार के बारे में क्या कहा गया है।
धारा 133 क्या कहती है? BNS Section 133 in Hindi
- बीएनएस (BNS) की धारा 133 “अपमान करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का प्रयोग (गंभीर उकसावे के बिना)” से संबंधित है। यह धारा उन मामलों को संबोधित करती है जहां कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति पर हमला करता है या उस पर आपराधिक बल का प्रयोग करता है, उस व्यक्ति का अपमान करने के इरादे से, और यह गंभीर और अचानक उकसावे के बिना किया जाता है।
बीएनएस धारा 133 की मुख्य बातें
- यदि कोई व्यक्ति किसी गंभीर और अचानक उकसावे के बिना किसी अन्य व्यक्ति पर हमला करता है या आपराधिक बल का प्रयोग करता है, और उसका इरादा उस व्यक्ति को अपमानित करना है।
- ऐसे अपराधी को दो साल तक की कैद (साधारण या कठोर) या जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जा सकता है।
- यह एक जमानती और गैर-संज्ञेय अपराध है, जिसका अर्थ है कि पुलिस बिना वारंट के गिरफ्तारी नहीं कर सकती है और जमानत आसानी से दी जा सकती है। यह समझौता योग्य भी है, जिसका अर्थ है कि पीड़ित और अपराधी आपसी सहमति से मामले को सुलझा सकते हैं। वही यह अपराध किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
Also Read: क्या कहती है BNS की धारा 129,जानें महत्वपूर्ण बातें
बीएनएस धारा 133 उदाहरण
बीएनएस (BNS) धारा 133 उदाहरण कुछ इस तरह से है कि…उदाहरण 1 -अगर कोई व्यक्ति किसी को अपमानित करने के इरादे से सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारता है, और यह बिना किसी गंभीर उकसावे के किया जाता है, तो उस व्यक्ति पर बीएनएस की धारा 133 के तहत आरोप लगाया जा सकता है। इसका उद्देश्य व्यक्तियों को अपमानित करने के इरादे से शारीरिक हमले या आपराधिक बल के प्रयोग से बचाना है, भले ही शारीरिक चोट गंभीर न हो।
आपको बता दें, इस धारा की तहत मिलने वाला दंड कुछ इस प्रकार से है… कि धारा 133 के तहत अपराध करने पर दोषी व्यक्ति को 2 साल तक की सजा, जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं।