क्या कहती है BNS की धारा 154, जानें इससे जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण बातें

BNS Section 154 in Hindi, BNS Section 154
Source: Google

BNS Section 154 in Hindi:भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 154 भारत सरकार के साथ शांतिपूर्ण संबंध रखने वाले विदेशी राज्यों के क्षेत्रों पर “लूट” करने या उसकी तैयारी करने से संबंधित है। तो चलिए आपको इस लेख में बताते  हैं कि ऐसा करने पर कितने साल की सजा का प्रावधान है और बीएनएस में व्यभिचार के बारे में क्या कहा गया है।

Also Read: किसी को सड़क पर चलने से रोकने, बस-ट्रेन में चढ़ने से रोकने जैसे मामलों में इस धारा के अंतर्गत होती है कार्रवाई

धारा 154क्या कहती है? BNS Section 154 in Hindi

भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 154 यह उन व्यक्तियों को दंडित करती है जो किसी विदेशी राज्य के क्षेत्र में लूटपाट करते हैं या करने की तैयारी करते हैं, जिसके भारत सरकार के साथ शांतिपूर्ण संबंध हैं। “लूटपाट” का अर्थ है किसी विदेशी क्षेत्र में हिंसा, लूटपाट, संसाधनों, संपत्ति या वस्तुओं का विनाश या डकैती।

बीएनएस धारा 154 की मुख्य बातें

  • अपराध का दायरा – यह धारा न केवल वास्तविक लूटपाट को कवर करती है, बल्कि ऐसी लूटपाट की तैयारी करना भी दंडनीय बनाती है।
  • विदेशी राज्य के साथ संबंध – यह महत्वपूर्ण है कि जिस विदेशी राज्य के खिलाफ अपराध किया जाता है, उसके भारत सरकार के साथ शांतिपूर्ण संबंध हों। यदि संबंध शत्रुतापूर्ण हैं, तो यह धारा लागू नहीं होगी।
  • बता दें, इस धारा का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय कानून को बनाए रखना और ऐसी कार्रवाइयों को रोकना है जो भारत के राजनयिक संबंधों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और क्षेत्रीय संप्रभुता के सम्मान के लिए भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।

Also Read: BNS section 135: गलत तरीके से बंधक बनाने या कैद करने के प्रयास पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग

बीएनएस धारा 154 उदाहरण – BNS Section 154 Example

बीएनएस (BNS) धारा 154 उदाहरण कुछ इस तरह से है कि…उदाहरण 1 – मान लीजिए कि एक भारतीय नागरिक “रवि” अपने कुछ साथियों “सुनील” और “मोहन” के साथ मिलकर पड़ोसी देश “जीलैंड” के एक गांव पर हमला करने का प्लान बनाते है। “जीलैंड” के भारत के साथ शांतिपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। रवि, सुनील और मोहन उस गांव से मवेशी, फसल और अन्य कीमती सामान लूटने का इरादा रखते हैं, और ज़रूरत पड़ने पर संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

वे इस योजना को अंजाम देने के लिए हथियार (जैसे तलवारें और बंदूकें), वाहन और अन्य आवश्यक सामग्री इकट्ठा करना शुरू करते हैं। वे एक नक्शा तैयार करते हैं और गांव पर हमला करने की रणनीति बनाते हैं।

इससे पहले कि रवि, सुनील और मोहन अपने प्लान को अंजाम दे पाते, भारतीय खुफिया एजेंसियों को उनकी गतिविधियों के बारे में पता चल जाता है। भारतीय अधिकारी उन्हें उनके घरों से गिरफ्तार कर लेते हैं, जहाँ से हथियार और डकैती की तैयारी से जुड़े अन्य सबूत बरामद होते हैं।

इसके अलवा आपको बता दें कि धारा 154 के तहत दोषी पाए जाने पर सजा का प्रावधान है कि इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर अपराध के लिए सात साल तक का कारावास हो सकता है। जुर्माना भी लगाया जाएगा। वही अगर अपराध करने में इस्तेमाल की गई या अपराध से प्राप्त किसी भी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *