BNS Section 190 in Hindi: भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 190 “किसी गैरकानूनी जमावड़े के प्रत्येक सदस्य द्वारा समान उद्देश्य से किए गए अपराधों” से संबंधित है। तो चलिए आपको इस लेख में बताते हैं कि ऐसा करने पर कितने साल की सजा का प्रावधान है और बीएनएस (Bhaarateey dand sanhita) में व्यभिचार के बारे में क्या कहा गया है।
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धारा 190 क्या कहती है? BNS Section 190 in Hindi
आपको बता दें, यह धारा सामूहिक उत्तरदायित्व के कानूनी सिद्धांत को पुष्ट करती है। इस धारा का उद्देश्य व्यक्तियों को गैरकानूनी उद्देश्यों वाले समूहों में भाग लेने से रोकना और सामूहिक कदाचार के लिए जवाबदेही तय करना है।
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बीएनएस धारा 190 की महतवपूर्ण बातें
- यह धारा उन सभाओं पर लागू होती है जो गैरकानूनी हैं, अर्थात जिनका उद्देश्य गैरकानूनी है या जो गैरकानूनी कार्य करने के लिए गठित की गई हैं।
- यदि किसी सभा का कोई सदस्य सभा के सामान्य उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए कोई अपराध करता है, तो सभा के सभी सदस्य उस अपराध के लिए उत्तरदायी होंगे।
- भले ही किसी सदस्य ने अपराध में सक्रिय रूप से भाग नहीं लिया हो, यदि वह उस समय सभा का सदस्य था और अपराध सभा के सामान्य उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए किया गया था, तो उसे दोषी ठहराया जाएगा।
बीएनएस धारा 190 का उदाहरण
बीएनएस धारा 190 का उदाहरण कुछ इस तरह से है कि, मान लीजिए कि 50 लोग किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हैं और विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाता है। अगर उनमें से कोई एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी करता है, तो धारा 190 के तहत, विरोध प्रदर्शन में शामिल सभी 50 लोगों को पत्थरबाजी का दोषी ठहराया जा सकता है, भले ही उन सभी ने पत्थरबाजी न की हो। जैसे की कई पर खबरों के माध्यम से सुनने और जानने को मिलता है।
बीएनएस धारा 190 सजा
इसके अलवा आपको बता दें कि धारा (Section) 190 के तहत दोषी पाए जाने पर सजा का प्रावधान है कि किसी गैरकानूनी जमावड़े का सदस्य होने पर छह महीने तक की कैद, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।