Ahmedabad Plan crash: अहमदाबाद विमान हादसे से दहला देश, जानें भारत के बड़े विमान हादसों का इतिहास

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Ahmedabad Air Disaster:  अहमदाबाद (Ahmedabad) में कल हुए विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI171) टेकऑफ़ के तुरंत बाद ही क्रैश हो गया। इस दुर्घटना में विमान में सवार 241 लोगों (229 यात्री और 12 चालक दल) की मौत हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। दुख की बात यह है कि केवल एक यात्री ही बच पाया।

अहमदाबाद विमान दुर्घटना के संभावित कारण

विमान उड़ान भरने के 33 सेकंड बाद ही बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे जमीन पर मौजूद कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई, जिनमें पांच एमबीबीएस छात्र और एक पीजी रेजिडेंट डॉक्टर शामिल थे। आपको बता दें, इस घटना ने एक बार फिर भारत में विमानन सुरक्षा और दुर्घटनाओं के इतिहास को ध्यान में ला दिया है। वही अहमदाबाद विमान हादसे जांच अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों और विशेषज्ञों के विश्लेषण के अनुसार, कुछ संभावित कारण सामने आए हैं।

उदाहरण के लिए, कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इंजन में खराबी या थ्रस्ट में अचानक और महत्वपूर्ण कमी इसका मुख्य कारण हो सकता है। टेकऑफ़ के दौरान सबसे ज़्यादा थ्रस्ट की ज़रूरत होती है। वही शुरुआती फुटेज और तस्वीरों का विश्लेषण करने वाले कुछ विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि विमान के फ्लैप (उड़ान के लिए पंखों पर लगाए जाने वाले उपकरण) को सही तरीके से सेट नहीं किया गया होगा, जिससे लिफ्ट कम हो गई होगी। कुछ रिपोर्टों ने “मल्टीपल बर्ड हिट्स” की संभावना जताई है, जिसके कारण दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया होगा। हालांकि, एक साथ दोनों इंजनों का फेल होना एक दुर्लभ घटना मानी जा रही है। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि विमान का लैंडिंग गियर ऊपर नहीं उठा था, जो डबल इंजन फेलियर के कारण हो सकता है।

भारत के प्रमुख विमान हादसों का इतिहास – Ahmedabad Plane Crash Shakes Nation

भारत का विमान इतिहास कई बड़ी त्रासदियों का गवाह रहा है। जी हाँ, चरखी दादरी मध्य-हवा टक्कर (12 नवंबर 1996) – हरियाणा के चरखी दादरी के पास सऊदी अरब एयरलाइंस के बोइंग 747 और कजाकिस्तान एयरलाइंस के इल्यूशिन IL-76 के बीच हुई टक्कर में दोनों विमानों में सवार सभी 349 लोगों की मौत हो गई। यह विश्व इतिहास में सबसे घातक मध्य-हवाई टक्करों में से एक है और भारतीय आकाश में सबसे खराब विमानन आपदा है। इसका कारण गलत संचार को बताया गया।

एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812, मैंगलोर (22 मई 2010)

दुबई (Dubai) से मैंगलोर (Mangalore) आ रहा एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) का यह विमान रनवे पर फिसलकर खाई में गिर गया था। इस दुर्घटना में 166 में से 158 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना का कारण पायलट की गलती और रनवे की कठिन परिस्थितियाँ बताई गई थीं।

एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट (Air India Express Flight)  IX-1344, कोझिकोड (7 अगस्त 2020)

वंदे भारत मिशन (Vande Bharat mission) के तहत दुबई (Dubai) से लौट रहा विमान भारी बारिश में रनवे पर फिसलकर 30 फीट गहरी खाई में गिरकर दो टुकड़ों में टूट गया। विमान में सवार 190 लोगों में से 21 की मौत हो गई।

इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट (Indian airlines flight) 855, अरब सागर (1 जनवरी 1978)

एयर इंडिया (Air Indian) का यह बोइंग 747 विमान मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार सभी 213 लोगों की मौत हो गई। इसके पीछे उपकरणों की खराबी और पायलट का दिशाभ्रम बताया गया।

इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 113, अहमदाबाद (19 अक्टूबर 1988)

अहमदाबाद एयरपोर्ट पर खराब दृश्यता के कारण लैंडिंग करते समय यह बोइंग 737-200 विमान रनवे से पहले पेड़ों से टकराकर क्रैश हो गया। इसमें 135 में से 133 लोगों की मौत हो गई। पायलट की गलती और मौसम की अपर्याप्त जानकारी को इसका कारण बताया गया।

एलायंस एयर फ्लाइट 7412, पटना (Alliance Air Flight 7412 crash Patna) (17 जुलाई 2000): बोइंग 737-200 विमान पटना में अपने गंतव्य से लगभग 1.5 किमी दूर एक आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 50 से अधिक लोग और जमीन पर पांच लोग मारे गए।

विमानन सुरक्षा में सुधार के लिए उठाए गए कदम

आपको बता दें, इन हादसों के बाद भारत में विमानन सुरक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए हैं जिसमे शामिल कुछ के बारे में हम आपको बता रहे है नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) भारत में विमानन सुरक्षा का नियामक है और यह एयरलाइंस की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी, स्पॉट चेक और नाइट सर्विलांस करता है। वही चरखी दादरी टक्कर के बाद, भारत ने सभी विमानों में ट्रैफिक कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (TCAS) का अनिवार्य उपयोग लागू किया।

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