Bihar: दलित समुदाय की शिक्षा के प्रति जागरूकता लाई रंग, बिहार में 95% बच्चों का स्कूलों में दाखिला

Bihar Education, Dalit Empowerment
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Education in Bihar: हाल ही में बिहार सरकार (Bihar Government) द्वारा चलाए जा रहे ‘डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान’ को लेकर सैम की ओर से एक बड़ी खबर आई है, जहां दलित समुदाय में शिक्षा के प्रति बढ़ती ललक देखी जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप 95 प्रतिशत से अधिक दलित बच्चों का स्कूलों में नामांकन हो चुका है। तो चलिये आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है।

दलित समुदाय बढे शिक्षा की ओर

भारत में बिहार एक मात्र ऐसा राज्य है जहां दलितों की संख्या काफी ज्यादा है। ये वही राज्य है जहां आज भी दलितों के जीवन में कोई खास बदलाव नहीं आया है। शिक्षा और रोजगार जैसी सुविधाओं में आज भी दलित पिछड़े हुए हैं। लेकिन अब एक बड़ी खबर बिहार राज्य से आई है जहां इस समय बिहार में दलित समुदाय में शिक्षा के प्रति बढ़ती चाहत देखी जा रही है जिसका नतीजा ये है कि 95 फीसदी से ज्यादा दलित बच्चों का स्कूलों में दाखिला हो चुका है।

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (Baba Saheb Bhimrao Ambedkar) हमेशा कहा करते थे कि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा हथियार है जो भेदभाव की बेड़ियों को तोड़ सकता है…लेकिन जब शिक्षा के मंदिर में ही जातिवाद की दीवारें खड़ी कर दी जाएँ तो क्या होगा? खैर, वो सब भूलिए, हाल ही में बिहार राज्य से एक बड़ी खबर आई है, जहाँ दलित समुदाय (Dalit community) में शिक्षा के प्रति जागरूकता आई है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और राज्य सरकार की “डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) समग्र सेवा अभियान” जैसी पहल का नतीजा है। इस अभियान के तहत लगभग 60,000 दलित बस्तियों में विशेष शिविर लगाए गए, जहाँ बच्चों के स्कूल में दाखिले के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए।

 ‘डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान’ 

14 अप्रैल से 25 जून के बीच दलित समुदायों से बच्चों के स्कूल में दाखिले के लिए 1,62,174 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1,54,715 आवेदनों का शिक्षा विभाग द्वारा सफलतापूर्वक निष्पादन किया गया, जो 95.40% की उच्च निष्पादन दर दर्शाता है। आपको बता दें, बिहार में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय (SC & ST Communities) के बारे में यह धारणा है कि वे अपने बच्चों को पढ़ाने में रुचि नहीं दिखाते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की पहल पर जब 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (Baba saheb bhimrao ambedkar) की जयंती पर ‘डॉ अंबेडकर समग्र सेवा अभियान’ (Dr. Ambedkar Comprehensive Service Campaign) की शुरुआत की गई तो विशेष शिविरों में प्राप्त आवेदनों से कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

इस अभियान के तहत राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय (SC & ST Communities) के उत्थान के लिए चलाई जा रही कुल 20 व्यक्तिगत लाभ योजनाओं के लिए सभी दलित बस्तियों में आवेदन मांगे जा रहे हैं। 25 जून तक इन शिविरों में कुल 38 लाख, 45 हजार, 979 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिनमें से 18 लाख, 42 हजार, 545 आवेदनों का निष्पादन किया जा चुका है। वही मीडिया रिपोर्ट्स की मिली जानकारी के अनुसार दलित समुदाय के 95% से अधिक लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूकता और इच्छा विकसित हुई है, जो भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

 

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