top 5 news of dalit : मनुवादी ब्राह्मणों ने जब नियम बनाया कि संस्कृत केवल वहीं पढ़ सके है तब उन्हें ये नहीं पता था कि एक वक्त ऐसा आएगा जब जातिगत भेदभाव के खिलाफ इतनी बड़ी आवाज उठेगी। गौ रक्षा के नाम पर दलितों के साथ उत्पीड़न को लेकर दलित समाज ने खोल दिया है मोर्चा..पूरे देश में गौ रक्षकों को बैन करने की क्यों की जा रही है मांग..जानेंगे क्या है ये मामला तो वहीं यूपी से अगवा हुई नाबालिक दलित बच्ची ने एटीएस के सामने एक और सनसनीखेज खुलासा कर के योगी सरकार को ही सकते में डाल दिया है। इस बीच एक और दिल को झकझोर देने वाली खबर आई है जहां एक दलित द्वारा बाबा साहब अंबेडकर का झंडा लेकर घूमना ब्राह्मणों और ठाकुरों को इतना नागवार गुजरा कि उनलोगों ने दलित परिवार पर कर दिया भाले से हमला। इन सभी खबरों के बीच दलितों के लिए न्याय की उम्मीद करने वालो के लिए भी खबर आई, जहां करीब एक साल से भी ज्यादा समय तक एक दलित महिला का फायदा उठा कर शारीरिक शोषण करने वाले एक शख्स को मिली आजीवन कारावास की सजा…तो वहीं दलित अनपढ़ हो या पढ़ा लिखा, लेकिन कुछ लोगों के लिए वो पैर की जूती जैसे ही है, गरीब दलितों को दबाने वाले ये मनुवादी गुंडे अब एक हाई कोर्ट अधिवक्ता को भी धमकियां देने से बाज नहीं आ रहे है। सब खबरों को जानेंगे विस्तार से।(Top 5 news of Dalit)
गौ रक्षकों के खिलाफ दलितों ने की आवाज बुलंद
जब से बीजेपी सत्ता में आई है गाय के रक्षकों की संख्या भी बढ़ गई है। इतना ही नहीं ब्राह्मणों और ठाकुरों को तो ऐसा लगता है जैसे गाय रखने का अधिकार केवल उनके पास है, इसलिए दलितों को गौ रक्षा के नाम पर टारगेट किया जाता है। जिसका उदाहरण आपने उड़िसा में दो दलितों को तस्कर बता कर उनके साथ जो घिनौनी हरकतें की गई उससे देख सकते है। लेकिन अब दलितों ने कथित गौ रक्षकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ये खबर है उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर से। जहां दलित समाज के लोगों ने गौ रक्षकों के अत्याचार से तंग आकर अब सरकार के सामने पूरे देश भर में गौ रक्षकों को बैन करने की मांग की है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लोग गौ रक्षकों के आतंक को बंद करने के लिए नारे लगा रहे है। उनका मानना है कि गौ रक्षक जानबूझ कर दलितों को टारगेट करते है, ताकि भेदभाव बना रहे। हालांकि हम आपसे पूछना चाहते हैं कि इस पर आपकी क्या राय है। क्या ये सो कोल्ड गौ रक्षकों को देश भर में बैन कर देना चाहिए। अपनी राय जरूर दे।
दलित बच्ची का बड़ा खुलासा- दुबई भेजने की थी तैयारी
प्रयागराज से अगवा करके केरल ले जाई गई दलित नाबालिक लड़की ने स्पेशल टास्क फोर्स के सामने कई बड़े खुलासे किए है जो बेहद ही चौंकाने वाले है। बच्ची ने भारत में फैले आतंकी नेटवर्क के बारे में खुलासा करते हुए कहा था कि उसक जबरन धर्म परिवर्तन करा कर इस्लाम अपनाने पर मजबूर किया गया, उसका शारीरिक शोषण किया गया, उसे आतंकी बनने की ट्रेनिंग दी रही थी, लेकिन दलित बच्ची ने एक और खुलासा किया, उसने एटीएस को बताया कि उसे ट्रेनिंग देकर वो लोग दुबई भेजने की तैयारी में थे, वो भी किसी अमीर शेख के पास। इसके लिए उसे अगवा करने वाली दिल्कशां बानो ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी कीमत भी लगा दी थी, लेकिन बच्ची भाग निकली और उन सब का योजनी धरी की धरी ही रह गई। ऐसे में सरकार से अब मांग की जा रही है एक ऐसे कानून की जिसके तहत जबरन धर्म परिवर्तन करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिले, या फिर धर्म परिवर्तन से पहले सरकार की तरफ से परमिशन लेना अनिवार्य हो, देखना ये है कि योगी सरकार इस पर क्या फैसला लेती है।
हरदोई में बाबा साहब का झंडा लगाने पर मिली सजा
यूपी के हरदोई से, वैसे तो उच्च जाति के कुछ लोग राजनीतिक एजेंडा पूरा करने के लिए बाबा साहब के भक्त बने फिरते है लेकिन वहीं दूसरी तरफ उनके नाम का झंडा लहराने वाले को वो लोग तुगलकी सजा देते है। जी हां, एक दलित परिवार को बाबा साहब का झंडा अपने घर पर लगाने की सजा भुगतनी पड़ी। जब करीब 15 से 20 ठाकुर और ब्राह्मण समाज के लोग एक साथ हथियार लेकर एक दलित परिवार के घर में घुस आए और बाबा साहब का झंडा उतारने को कहा। जब दलित परिवार ने ऐसा करने से इनकार किया तो उन लोगों ने बेरहमी से पूरे परिवार को पीटा। जिसमें घर की एक बुजुर्ग महिला पर रोड़ से हमला किया गया तो वहीं एक शख्स को भाले से मरने का प्रयास किया गया। हैरानी की बात ये है कि जब ये परिवार अपनी आपबीती लेकर हरदोई पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने इस मामले पर बहुत लचर रवैया अपनाया। वो पीड़ित परिवार पर ही दबाव बना रहे है कि वो लोग अपनी कंप्लेन में धाराएं कम पर दे, अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अगर ऐसा हाल रहा तो वो दिन दूर नहीं जब दलितों को उत्तर प्रदेश से पलायन करना पड़े।
मध्य प्रदेश में भीम आर्मी प्रवक्ता को मिली धमकी
मध्य प्रदेश में कुछ मनुवादी गुंडो ने भीम आर्मी के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिखने वाले सख्श है मध्य प्रदेश के भीम आर्मी के प्रवक्ता। जिनको उनके घर में ही घुस कर धमकाया जा रहा है। ये घटना इंदौर के अंबेडकर नगर की है। जहां प्रवक्ता का कॉलर पकड़ कर कुछ लोग घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे है लेकिन जब इस घटना की वीडियो बनाए जाने के बारे में उन्हें पता चला तो वो लोग मुंह छिपा कर भाग निकले। इस मामले में जब प्रवक्ता की पत्नी थाने पहुंची तो पुलिस ने मामले को दर्ज करने से ही इनकार कर दिया। बता दें कि भीम आर्मी प्रवक्ता पेशे से वकील हैं और हाई कोर्ट में अधिवक्ता हैं। मध्य प्रदेश में ठाकुरों के अत्याचार की खबरों ने राज्य सरकार की नीतियों पर सवालियां निशान खड़े कर दिये है, की आखिर राज्य की कानून व्यवस्था इतनी लचर क्यों है कि किसी को कानून का डर ही नहीं है। इसका जवाब तो राज्य सरकार ही दे सकती है।(Top 5 news of Dalit)
दलित उत्पीड़न मामले में एक शख्स को उम्रकैद
दलित जाति के लोगों के लिए कुछ राहत देने वाली खबर है। जो शादी के नाम पर दलित महिलाओं का शोषण करते है उनको अब संभल जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक शख्स नबी आलम खान को एससी-एसटी विशेष न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस व्यक्ति ने करीब 15 महीने तक एक दलित महिला का शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया था। हद तो तब हो गई जब दलित महिला गर्भवती हो गई, लेकिन आरोपी ने महिला से शादी नहीं की बल्कि महिला को दवाई देकर उसका गर्भपात करवा दिया। ये मामला 2023 में प्रकाश में आया था जब गर्भपात के कारण महिला की हालत बिगड़ गई और आरोपी भाग निकला। महिला ने अपनी आपबीती पुलिस को बताई कि आर्थिक, सामाजिक और जातिगत रूप से कमजोर होने के कारण उसे नौकरी दिलाने और शादी करने का झांसा देकर सख्श ने बार बार महिला का बलात्कार किया। इतना ही नहीं उसका जबरन गर्भपात कराया गया। इस मामले में महिला को न्याय मिला और आरोपी को आजीवन कारावास।(Top 5 news of Dalit)
दलितों के साथ होने वाली बर्बरता को लेकर वैसे तो कई सख्त कानून बनाए गए है लेकिन अब जरूरत है कि उन कानूनों को और मजबूत किया जाए ताकि दलितों के साथ शोषण रोक जा सके। उच्च जाति के लोगों में कानून का डर हो, लेकिन ये कब मुमकिन होगा, देखने वाली बात है।