Jharkhand crime news: झारखंड के गढ़वा ज़िले से हाल ही में एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक दलित व्यक्ति की दिनदहाड़े बेरहमी से हत्या कर दी गई. इससे पहले, पीड़ित दंपति इस मामले की शिकायत दर्ज कराने थाने भी गए थे. लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. और दबंगों ने पुलिस की आँखों के सामने इस वारदात को अंजाम दिया. तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते है.
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दलित व्यक्ति की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या
दलित उत्पीड़न की अगली खबर झारखंड से है, जहां जमीनी विवाद के मामले में एक व्यक्ति की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. ये घटना झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र का है, जहां सुनील पासवान नाम के एक दलित युवक की सुबह सुबह हत्या कर दी गई. दरअसल, हत्या की इस घटना के पहले 27 जुलाई को मृतक सुनील पासवान और उनकी पत्नी सविता देवी ने पुलिस कंप्लेन की थी लेकिन पुलिस वालों के सामने ही दबंगो ने सुनील पासवान को जान से मारने की धमकी दे दी थी.
पुलिस थाने में सबके सामने किसी की हत्या की धमकी दी जा रही थी और पुलिस मूक दर्शक बन कर सब देख रही थी. ऐसे में यह तो कहा जा सकता है कि पुलिस वालों ने जानबूझ कर इस हत्या को होने दिया. थाना परिसर में धमकी मिलने पर जब सुनील पासवान ने पुलिस वालों का ध्यान इस तरफ खींचना चाहा तो दोनो दंपत्ति को पुलिस वालों ने थाना से भगा दिया. इस मामले में भीम आर्मी चीफ ने झारखंड सरकार के साथ-साथ प्रशासन को निशाने पर लेते हुए सवाल उठाए हैं.
मामले पर सीबीआई जांच की मांग
उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने लापरवाही करने वाले थाना प्रभारी को निलंबित करने की भी मांग की है. चंद्रशेखर आजाद ने अपने एक्स पर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और पीड़ित परिवार को 2 आर्म्स लाइसेंस दिए जाने की मांग की है. इस मामले में आधिकारिक तौर पर अभी तक पुलिस की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है और न ही अभी तक किसी की गिरफ्तारी हुई है.
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